सरकार से आग्रह कि किसानों के हक में ,तुरन्त निर्णय ले। डॉ. मंजू गुप्ता

डॉ मंजू गुप्ता स्वतंत्र आध्यात्मिक एवं सामाजिक विचारक


✍डॉ. मंजू गुप्ता...


मैं खेती किसानी की समस्याओं के विषय मे नही जानती हर #व्यवसाय की अपनी परेशानियां होती है उसी तरह #खेती #व्यवसाय की भी अपनी समस्याएं हैं और सरकार को उन्हें सुनना एवम समझना चाहिए लेकिन सरकार से एक  निवेदन करना चाहती हूं कि #कृषि #व्यवसायी अर्थात #किसानों के हक में जो भी निर्णय हो उसे #त्वरित रूप से लिया जाए। 


सरकार को  इस #आंदोलन को इतना #उग्र नही होने देना  चाहिए था क्योंकि इसके कारण अन्य व्यवसाय, उद्योग एवम आम जनता को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है,,#कोरोना #संक्रमण किस #पराकाष्ठा पर #पहुंचेगा क्या कोई इसका #अंदाज़ा भी लगा सकता है??? या किसान आंदोलन में कोरोना का प्रवेश निषेध कर दिया गया है??


 सबसे बड़ी बात कि किसान आंदोलन से बहुत से लोगो और दलों को अपनी राजनीति चमकाने के मौका मिल गया है जो लोग 2014 से ही अपनी राजनीति खत्म हो जाने के कारण परेशान थे वो सभी इस आन्दोलन के माध्यम से अपनी रोटियां सेंकने में लग गए।


सारे #लिब्राण्ड,  #वामपंथी,,#सेकुलरड़ी #एकजुट हो गए,, #अवार्ड #वापसी का #नाटक पुनः #शुरू हो गया। जिन लोगो ने 70 वर्षों से आज तक किसानों के दर्द को नही समझा था अचानक उनके #मगरमच्छी #आँसू किसानों के लिए बहने लगे। सब समझ आता है,,जनता को दिखाई दे रहा है,,''#किसका #कितना_नुकसान_हो रहा है वो भी दिखने लगा है। 


कृषि व्यवसायी भाइयों से भी निवेदन करूंगी कि कृषि बिल के प्रावधानों को खुद समझें,, किसी के बहकावे में न आएं क्युकी आज जो लोग और दल आपके पक्ष में छाती पीट रहे हैं उन लोगों को आपसे कोई सरोकार न आज है और न कल था,,,बस आंदोलन की आँच पर वो अपनी रोटियां सेक रहे हैं।