प्रेम शर्मा,लखनऊ।
योगी सरकार ने कोविड-19 और अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिये रविवार को प्रदेश भर में विशेष सफाई अभियान चलाया। इस दौरान गांव-गांव, गली-गली, नुक्कड़-नुक्कड़ तक साफ-सफाई कराई गई। सैनिटाइजेशन और फॉगिंग कराकर लोगों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण प्रदान करने का प्रयास किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार के सामने कोरोना से जंग को जीतने की चुनौती के साथ ही लोगों को वेक्टर जनित रोगों से बचाना भी है। इसके लिये सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीमारी की रोकथाम के लिये उसकी ओर से सारे इंतजाम तेज गति से किये जा रहे हैं। यह समय अन्य वेक्टर जनित रोगों के बढ़ने का भी है इसलिये सरकार विशेष ध्यान दे रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 02 मई को सफाई कर्मचारियों की ओर से सहायक विकास अधिकारी पंचायत की देखरेख में जनपदों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस दौरान ग्राम पंचायतों में नालियों की सफाई, हैण्डपम्पों के चारों तरफ की सफाई की गई। सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य भी यहां किया गया। रविवार को 58194 ग्राम पंचायतों में विशेष सफाई अभियान चलाये गये। 63417 कार्मिकों ने कुल 97509 राजस्व ग्रामों में 43739 गांवों में साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य किया। विशेष सफाई अभियान के तहत जनपद कौशाम्बी में सैनिटाइजेशन का कार्य कराया गया। विकास खण्ड नेवादा में ग्राम पंचायत मकदूमपुर और रसूलपुर ब्यूर में सैनिटाइजेशन हुआ। विशेष स्वच्छता अभियान के तहत जनपद कन्नौज की ग्राम पंचायतों में भी सफाई और सैनिटाइजेशन कराया गया। मतगणना स्थल मण्डी समिति सिरसागंज जनपद फिरोजाबाद में एक राउंड गणना के बाद सैनिटाइजेशन कराया गया। मतगणना स्थल विकासखंड लालगंज जनपद आजमगढ़ में सफाई और सैनिटाइजेशन कराया गया। मतगणना स्थल कानपुर देहात में भी साफ-सफाई के साथ सैनिटाइजेशन व फॉगिंग वृह्द स्तर पर कराई गई।
18265 राजस्व ग्रामों में ब्लीचिंग छिड़काव, 9795 में कराई फॉगिंग
सरकार का खासकर ध्यान राजस्व ग्रामों पर बहुत अधिक है। यही कारण है कि पहली बार छोटे हों या बड़े, ग्राम पंचायत के सभी गांवों में नालियों की सफाई कराई जा रही है। जिससे गांव की तस्वीर बदलने लगी है और संक्रामक बीमारियों के फैलने पर ब्रेक भी लगा है। रविवार को 18265 राजस्व ग्रामों में ब्लीचिंग पावडर, सोडियम हाइपो -क्लोराइड का छिडकाव कराया गया। 9795 राजस्व गांवों में फॉगिंग का अभियान चलाया गया। ग्राम पंचायतों में अभियान के दौरान स्वास्थ्य, स्वच्छता पोषण समिति की बैठक कराई गई हैं। ग्राम प्रधानों के माध्यम से स्वच्छता अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है।
इन्फ्रारेड थर्मामीटर से नाप रहे तापमान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निगरानी समितियों के सदस्यों ने घर-घर जाकर कोविड 19 से संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की कमान संभाली है। निगरानी समिति के सदस्य इन्फ्रारेड थर्मामीटर से लोगों का तापमान ले रहे हैं और पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन की कमी का स्तर भी देख रहे हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों की पहचान आसानी से की जा रही है। इसकी जानकारी प्रशासन को समितियां दे रही हैं।
सैनिटाइजेशन और फॉगिंग अभियान
योगी सरकार की ओर से 02 मई को प्रदेश भर में चलाए गये सफाई अभियान में त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन की मतगणना के दौरान मतगणना स्थलों पर भी सफाई व सैनिटाइजेशन का कार्य किया गया। इस दौरान यहां आने वाले लोगों का इन्फ्रारेड थर्मामीटर से तापमान भी लिया गया। सरकार बीमारी को रोकने के लिये संकल्पित है। इसके लिये उसने अधिकारियों को बीमारी की रोकथाम में किसी तरह की कमी नहीं छोड़े जाने के निर्देश दिये हैं।
ब्रह्मास्त्र की तरह स्वच्छता अभियान
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्व में इस बात को कह चुके हैं कि अप्रैल से अगस्त तक का महीना कई तरह की संक्रामक बीमारियों के प्रसार का समय होता है। डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस तथा अन्य संक्रामक बीमारियों के मामले में अक्सर वृद्धि होती है। ऐसे में स्वच्छता और सैनिटाइजेशन जरूरी है। कोविड के प्रसार को रोकने की दृष्टि से भी यह उपयोगी होगा। इसलिये योगी सरकार के निर्देश पर विशेष स्वच्छता अभियान को ब्रह्मास्त्र की तरफ कोविड के साथ अन्य बीमारियों से लड़ने में प्रयोग किया जा रहा है।