बंदिशों के बीच आगरा में आईटी उद्योग की संभावनाओं पर परिचर्चा ।

 








- नोएडा की तर्ज पर मल्टी प्रोडक्ट एसईजेड की है जरूरत।

- आईटी  विशेषज्ञों ने किया मंथन।

- आगरा आई टी  उद्योग के लिए है सबसे उपयुक्त स्थान।

- नोएडा में आईटी इकाइयों के साथ हो कोलैबोरेशन।

 - लगभग 3000 आईटी विद्यार्थी प्रतिवर्ष पूरे हिंदुस्तान में रोजगार के लिए करते हैं पलायन।

- इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट कंसल्टेंसी कार्यालय खुले आगरा में ।

 - आगरा में  लागु हो टैक्स हॉलिडे योजना ।

- आईसीडी मैं आई टी उद्योग के एसईजेड को दी जाए प्रमुखता।

 - दूसरे शहरों में कार्यरत व्यक्तियों को आगरा में एक आईटी हब बनाकर किया जाए।

 -एकत्रित आईटी उद्योग में कार्यरत आगरा के सभी व्यक्तियों को जोड़ा जाये ।

- एक ग्रुप से वे आगरा में आईटी उद्योग के लिए आपस में मिलकर करें पहल।

- आगरा में आईटी उद्योग की मॉनिटरिंग के लिए आईटी -विशेषज्ञों की एक कोर टीम का किया जाए गठन ।

 

आगरा।हि वार्ता (धर्मेन्द्र कु. चौधरी)

आज नेशनल चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल की अध्यक्षता में एक आगरा में आईटी उद्योगों की संभावनाओं पर परिचर्चा हेतु आई टी विशेषज्ञों के साथ एनसीआईसी के आईटी सेल की एक वेबिनार का आयोजन किया गया।   बैठक का संचालन सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के चेयरमैन मयंक मित्तल द्वारा किया गया। 

चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि परिचर्चा के दौरान आईटी विशेषज्ञों का मत था कि आगरा में आईटी उद्योग की स्थापना हेतु आगरा एक बहुत ही उपयुक्त स्थान है।  यहाँ नोएडा की तर्ज पर मुलती-प्रोडक्ट एसईजेड की जरूरत है।  आगरा शिक्षा की क्षेत्र में एक हब रूप में उभर कर आया है। यहां से लगभग प्रतिवर्ष 3000 विद्यार्थी पूरे हिंदुस्तान में रोजगार के लिए पलायन कर जाते हैं।  आगरा कनेक्टिविटी के दृष्टिकोण से भी अति महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना था कि आगरा में आईटी उद्योग की स्थापना हेतु नोएडा की आईटी  इकाइयों के साथ कोलैबोरेशन होना चाहिए।  इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट कंसलटेंसी का ऑफिस आगरा में स्थापित होना चाहिए। आईसीडी में आईटी एसईज़ेड को प्रमुखता दी जाए। आगरा के बच्चे जो दूसरे शहरों में कार्यरत हैं उन्हें आगरा में एक हब  बनाकर एकत्रित किया जाए। उन्हें एक ग्रुप बनाकर जोड़ा जाए ताकि वे आगरा में आईटी  उद्योग के लिए मिलकर आपस में काम कर सकें।  आईटी विशेषज्ञों के साथ विचार करने के लिए एक कोर कमेटी का गठन किया जाए जो कि आईटी  उद्योग के लिए मॉनिटरिंग करेगी।  जिससे वे कार्य को पूर्ण रूप से कार्य कर सकें। इस संबंध में चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने आगे बताया कि सभी आईटी  विशेषज्ञों मत था कि आगरा से उत्तत प्रदेश सरकार को एक  बहुत ही पुरजोर प्रतिवेदन भेजा जाए।  इस हेतु  सभी से अनुरोध है  कि  अपने सुझाव चैम्बर  को भेजें। 

आरबीएस कॉलेज के प्रोफेसर मनु प्रताप सिंह जी का कहना था कि नोएडा की  इकाइयों को आगरा में बुलाया जाए। उनके साथ कैलिब्रेशन किया जाए। आगरा में लाने के लिए टैक्स होलीडे स्कीम लागू  करने की आवश्यकता है। आईटी विशेषज्ञ शैलेन्द्र बंसल का कहना था कि आगरा में सस्ती भूमि उपलब्ध है, सस्ती श्रम शक्ति उपलब्ध है, 24 घंटे विद्युत आपूर्ति है, आगरा में टीटी जेड  की वजह से पोलूशन फ्री उद्योग ही लगाए सकते हैं।   आगरा टूरिस्ट प्लेस है इसलिए आगरा आईटी उद्योग के बहुत सुलभ है।   ताजमहल को ऑनलाइन दिखाया जा सकता है, इससे आगरा का  विकास हो सकेगा। 

सचिन सारस्वत ने अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश सरकार की आईटी पालिसी  वेबसाइट पर उपलब्ध है।  उसका अध्ययन कर  हम आगरा में आईटी उद्योग की संभावनाओं पर आगे बढ़ सकते हैं। सचिन सारस्वत ने  इस संबंध में अग्रिम कार्रवाई के लिए स्वयं उत्तरदायित्व लिए।  

अभिषेक अरुण गुप्ता ने कहा आगरा  में  स्थापित कंपनियां केवल आगरा के लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए कार्य करेंगे।  

रक्षित टंडन जी ने समर्थन करते हुए कहा कि नोएडा में टाटा कंसल्टेंसी कंपनी है तो इसका अर्थ यह नहीं कि वह कंपनी केवल नोएडा के लिए कार्य करेगी।  वह कंपनी पूरी दुनिया के लिए कार्य करती है। आईटी उद्योग की स्थापना से आगरा ब्रेन ड्रेन रुकेगा जिससे आगरा का पुनः विकास होगा।  आगरा मूलभूत सुविधाओं की दृष्टि से आईटी उद्योग के लिए पूरी तरह उपयुक्त है और टी टी जेड होने के कारण आगरा में केवल गैर प्रदूषण कारी उद्योग ही लगाए जा सकते हैं।  इसके लिए हमें एक बहुत ही जोरदार रिप्रेजेंटेशन की जरूरत है।

विपुल अग्रवाल ने  प्रशंसा व्यक्त करते हुए कहा कि आगरा के आईटी विशेषज्ञों द्वारा यह एक बहुत ही अच्छा प्रयास किया जा रहा है।   इस हेतु उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर कार्यवाही की आवश्यकता है इसके लिए हमें आगरा प्रशासन से कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है। 

बैठक में धन्यवाद ज्ञापन सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ के चेयरमैन मयंक मित्तल द्वारा किया गया। 

बैठक में अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, आईटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन मयंक मित्तल, आईटी विशेषज्ञों रक्षित टंडन, प्रोफ़ेसर मनु प्रताप सिंह आरबीएस कॉलेज, आगरा। अभिषेक अरुण गुप्ता, शैलेन्द्र बंसल,  विपुल अग्रवाल मुकेश अग्रवाल, सचिन सारस्वत, डीपी सिंह आदि ने मुख्य रूप से प्रतिभाग किया।