प्रेम शर्मा,लखनऊ।
कोरोना महामारी से प्रदेश को उभारने के साथ-साथ प्रदेश के मुखिया मुख्घ्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रामित मरीजों का खुद फोन करके हालचाल जान रहे हैं। बुधवार को मुख्घ्यमंत्री योगी आदित्घ्यनाथ ने लखीमपुर में तैनात वन रक्षक अनिल कुमार को फोन करके उनका हालचाल पूछा। साथ ही कोई भी समस्घ्या होने पर मोबाइल पर आए नम्घ्बर पर कॉल करने का कहा। वहीं, मुख्यमंत्री के हालचाल पूछने पर वन रक्षक अनिल कुमार भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मुख्घ्यमंत्री ने उनसे स्घ्वस्घ्थ्घ्य से जुड़ी जानकारी के साथ दवाएं व जांच से जुड़े हुए सवाल किए।
लखीमपुर में तैनात वन रक्षक अनिल कुमार 3 मई को कोरोना संक्रामित हुए थे। रिपोर्ट आने के बाद वह होम आइसोलेशन में है। अनिल कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रामित होने के बाद जब सामान्घ्य आदमी उनका हालचाल नहीं पूछ रहा है। ऐसे में मुख्घ्यमंत्री के हाल पूछने से उनका हौसला बढ़ गया है। अनिल कुमार ने बताया कि करीब तीन मिनट की काल में सबसे पहले सीएम ने उनका हालचाल पूछा। उसके बाद सरकारी की ओर से होम आइसोलेशन मरीजों को दी जा रही दवाओं की जानकारी ही। इस पर अनिल कुमार ने बताया कि उनको सुबह से कई डॉक्घ्टर फोन करके हालचाल पूछ चुके हैं। दवाएं व अन्घ्य जरूरी वस्घ्तुएं उनको पहुंचाई जा चुकी है।
इसके पहले ही दर्जनों चिकित्सों के फोन
अनिल कुमार ने बताया कि सीएम के फोन आने से पहले ही करीब दो दर्जन से अधिक डॉक्घ्टर उनको फोन कर स्वास्थ्य की जानकारी ले चुके हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान ली जाने वाली सभी दवाएं निशुल्क उन तक पहुंचाने का काम भी स्वास्थ्य विभाग कर चुका है। इसके अलावा कौन सी दवा कब खाना है, भांप दिन में कितनी बार लेना है। इसकी जानकारी भी डॉक्घ्टर फोन पर उनको दे रहे हैं। यही नहीं आयुष विभाग की ओर से दिया जाने वाला काढ़ा भी उनको पहुंचाया जा चुका है।
अससी बीमारी खत्म
अनिल कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रामित होने के बाद वह काफी डर गए थे लेकिन सुबह मुख्घ्यमंत्री के हालचाल पूछने के बाद मानो उनका हौसला कई गुना बढ़ गया है। अनिल ने बताया कि कोरोना से लड़ाई के लिए असली हौसला यही है। सीएम के फोन के बाद मानो एक हिम्मत आ गई है इस बीमारी से लड़ने की।अनिल की माने तो आज मुख्यमंत्री के फोन के बाद उनकी आधी बीमारी समाप्त हो गई।