साहित्य के माध्यम से समाजसेवा कर रहे थे सर्वज्ञ। वर्चुअल सभा में भावपूर्ण श्रद्धांजलि।



आगरा।हिन्दुस्तान वार्ता

साहित्यसेवी, लेखक, कवि  दिवंगत सर्वज्ञ शेखर गुप्त के निधन से एक  सक्रिय व मनोबल वाले सुयोग्य व्यक्तित्व की अपूरणीय क्षति हुई है, जिसको पूरा करना असंभव है ।

स्वर्गीय सर्वज्ञ शेखर की स्मृति में रविवार को आयोजित  वर्चुअल श्रद्धांजलि सभा का प्रारंभ करते हुए बी आर अम्बेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ जी सी सक्सेना ने कहा कि बैंक सेवा से सेवानिवृत्त होकर सर्वज्ञ शेखर जी ने साहित्यिक व सामाजिक क्षेत्र में बहुत तेजी से पहचान बनाई थी, अब उनकी कमी सदैव खलेगी । केनरा बैंक के सेवानिवृत्त प्रबन्धक विजय गोयल ने सर्वज्ञ शेखर को एक सर्वांगीण कर्मयोगी बताया । कवयित्री डॉ शशि तिवारी ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए इसे करुणेश परिवार के साथ अपनी व्यक्तिगत क्षति बताया । हैदराबाद की साहित्यकार डॉ कुमुद बाला ने कहा कि मैंने एक सच्चा भाई व साहित्यिक क्षेत्र में अपना मार्गदर्शक खो दिया है । गांधी वादी शशि भूषण शिरोमणि ने कहा कि वे नेताजी सुभाष बोस की आगरा यात्रा के विषय में जानकारी लेकर एक लेख लिखने जा रहे थे कि उससे पहले ही वे हमें छोड़ कर चले गए । राजीव गुप्ता लोकस्वर ने सर्वज्ञ शेखर को प्रतिभाशाली व्यक्तित्व का धनी बताया । अरुण डंग ने कहा कि स्वनाम धन्य सर्वज्ञ शेखर ज्ञान के भंडार थे ।

साहित्यकार अशोक अश्रु, गीतकार सुशील सरित, अमीर अहमद, राज कुमार रंजन, अंगद धारिया, मधु भारद्वाज, डॉ गिरधर शर्मा, निशिराज, रमन अग्रवाल, नरेश शर्मा, भरतदीप माथुर, केएन मिश्रा, सुमन सुराना, रेखा कक्कड़, सुधीर शर्मा, केशव शर्मा, राज कुमार पथिक आदि ने श्रद्धांजलि व्यक्त कीं ।

वैचारिक जागरण मिशन ट्र्स्ट की अध्यक्ष प्रतिभा जिंदल ने संचालन किया व उत्तराखंड की  राज्यपाल बेबीरानी मौर्य, मेयर नवीन जैन, अभिनेता रजा मुराद  रमेश गोयल, पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया आदि के शोक संदेश पढ़ कर सुनाए।

शोक सभा में डॉ शशि गुप्ता अमेरिका, डॉ सुगम आनंद, ज्योत्स्ना सिंह, श्रुति सिन्हा, गया प्रसाद मौर्य, ज्ञानी कुलविंदर, हेमंत भोजवानी, अखिलेश जादूगर, मुकेश जैसवाल आदि उपस्थित रहे।