महिलाओं को कराते रहनी चाहिये थायराइड की जाँच।

                                                                                                                    



हिन्दुस्तान वार्ता।

आज हम थायराइड  की बीमारी के विषय में बात कर रहे हैं| यह एक ऐसी बीमारी है अगर हमने इसको नजरअंदाज किया या लापरवाही से लिया तो यह बहुत खतरनाक साबित होती है |हर साल 25 मई को विश्व थायराइड दिवस (World Thyroid day) मनाया जाता है। जिससे लोगों को थायराइड के प्रति जागरुक करना। आज के समय में अधिकतर लोग गलत खानपान और दिनचर्या के कारण थायराइड के शिकार हो रहे हैं। जिसमें पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या ज्यादा है। इसे 'साइलेंट किलर' के नाम से भी जाना जाता है।

थायराइड क्या है।

थायराइड एक तरह की ग्रंथि होती है जो गले में बिल्कुल सामने की ओर होती है। यह ग्रंथि आपके शरीर के मेटाबॉल्जिम को नियंत्रण करती है। यानी जो भोजन हम खाते हैं यह उसे ऊर्जा में बदलने का काम करती है। इसके अलावा यह आपके हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों व कोलेस्ट्रोल को भी प्रभावित करती है।अगर लगातार पेट में सूजन रहती है तो हल्के में न लें क्योंकि हो सकती है ये गंभीर बीमारी क्‍योंकि इसके लक्षण एक साथ नही दिखते है। पुरूषों में थायराइड के लक्षण समस्या के प्रकार पर निर्भर करता है, यह किसी भी अंतर्निहित कारण, समग्र स्वास्थ्य, जीवन शैली में परिवर्तन और दवाओं के साथ चल रहे इलाज के कारण हो सकता है।

महिलाओं में थायराइड डिसऑर्डर की संभावना पुरूषों की तुलना में अधिक होती हैं।पुरूषों की तुलना में महिलाओं का शरीर हॉर्मोनल बदलाव के लिए अधिक संवेदनशील और अधिक प्रतिक्रियाशील होता है। सभी महिलाओं को टीएसएच स्तर की जांच करानी चाहिए|गर्भावस्था से पहले तथा गर्भावस्था की पुष्टि होने के बाद भी तुरंत स्क्रीनिंग की जानी चाहिए।

थायराइड के कारण।

थॉयराईड डिसऑर्डर  ज़्यादातर आयोडीन की संतुलित मात्रा का ना लेना जनेटिक , विकिरण थैरेपी, तनाव ,अत्यधिक दवाओं का सेवन, मोनोपॉज, प्रेग्नेंसी आदि के कारण है| थायराइड के लक्षण वजन कम होना या अधिक होना ,गर्मी बर्दाश्त न होना पेट में बार-बार गड़बड़ी कंपकंपी घबराहट और चिड़चिड़ापन थायरायड ग्रंथि का बढ़ जाना नींद में गड़बड़ी थकान होना ।

थायरॉइड में क्या खायें।

थायरॉइड को स्वस्थ बनाए रखने के लिए संतुलित आहार सबसे जरुरी है।इस तरह किसी भी समस्या को रोकने के लिए संतुलित आहार लेना जरुरी है। प्रतिदिन चार से पांच तरह की सब्जी और तीन से चार तरह के फल का सेवन जरूर करना चाहिए। भारत में हर बीमारी का इलाज घर में होता है| 

थायराइड से बचने का भी घरेलू कुछ उपाय इस तरह है। 

कच्चा नारियल -इसे रेशेवाला आहार माना जाता है जो वजन को नियंत्रित रखता है।नारियल का सेवन निमियत करे ।

सिंघाड़े के आटे का प्रयोग रोटी या हलवे के रूप में किसी भी मौसम में कर सकते हैं।

हरा व सूखा धनिया -एक मुट्ठी धनिया पाउडर रात को एक गिलास पानी में भिगोएं। सुबह पानी को छानकर पी लें। सलाद में हरा धनिया लें।जीरा कैल्शियम से भरपूर होता हे शरीर में जलन, सूजन, पाचन की समस्या दूर करता है।रात में एक कप दूध के साथ दो चम्मच जीरा ले सकते हैं। इससे नींद अच्छी आएगी। फीडिंग माताओं के लिए भी जीरे का उपयोग लाभदायक है।

थायराइड में इन खाने से बचना हैं।

साथ ही हमें कुछ चीज़ खाने से बचना चाहिए 

तला हुआ भोजन कम से कम खाने की कोशिश करें।अधिक चीनी खाने से बचे।कॉफी में एपिनेफ्रीन और नोरेपिनेफ्रीन थायराइड को बढ़ावा देते हैं। इसलिए इससे दूरी बनाना ही बेहतर है।हर प्रकार की गोभी खाने से बचें।सोया खाने से बचें।

 **विश्व थायराइड दिवस इतिहास* *

आज 25 मई 13 th को विश्व थायराइड दिवस हैं|सितंबर 2007 में मेम्बर ओफ़ थायराइड फ़ेडरेशन इंटर्नैशनल ने विश्व थायराइड दिवस का निश्चय किया| पहला विश्व थायराइड दिवस मई 2008 में हुआ एक सप्ताह तक 25 से 31 मई तक थायराइड वीक बनाया जाता हैं .

✍राजीव गुप्ता।

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