आईये जानें 🐂 "गौमाता" हमारे सनातन् धर्म में क्या महत्व रखती है : संकलन "🐂गौसेवक" खोजी बाबा।



   गऊ माता की सेवा करने के अनेकानेक फायदे और हमारे सनातन् धर्मानुसार गौमाता में 33 कोटि देवी -  देवताओं का वास माना जाता है। इसकी सेवा करने से जन्म जन्मांतर , कल्प कल्पांतर के पापों से मुक्ति मिलती है। 


1. गौमाता जिस जगह खड़ी रहकर आनंदपूर्वक चैन की सांस लेती है । वहां वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं । 

      

2. जिस जगह गौमाता खुशी से रभांने लगे उस जगह देवी देवता पुष्प वर्षा करते हैं । 


3. गौमाता के गले में घंटी जरूर बांधे ; गाय के गले में बंधी घंटी बजने से गौ आरती होती है । 


4. जो व्यक्ति गौमाता की सेवा पूजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है । 


5. गौमाता के खुर्र में नागदेवता का वास होता है । जहां गौ माता विचरण करती है उस जगह सांप बिच्छू नहीं आते । 


6. गौमाता के गोबर में लक्ष्मी जी का वास होता है ।


7. गौमाता कि एक आंख में सुर्य व दूसरी आंख में चन्द्र देव का वास होता है ।


8. गौमाता के दुध मे सुवर्ण तत्व पाया जाता है जो रोगों की क्षमता को कम करता है। 


9. गौमाता की पूंछ में हनुमानजी का वास होता है । किसी व्यक्ति को बुरी नजर हो जाये तो गौ माता की पूंछ से झाड़ा लगाने से नजर उतर जाती है । 


10.गौ माता की पीठ पर एक उभरा हुआ कुबड़ होता है , उस कुबड़ में सूर्य केतु नाड़ी होती है । रोजाना सुबह आधा घंटा गौ माता की कुबड़ में हाथ फेरने से रोगों का नाश होता है । 


11. एक गौमाता को चारा खिलाने से तैंतीस कोटी देवी देवताओं को भोग लग जाता है ।


12. गौमाता के दूध , घी , मक्खन , दही , गोबर और गोमूत्र से बने पंचगव्य हजारों रोगों की दवा है । इसके सेवन से असाध्य रोग मिट जाते हैं ।


13. जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो तो वो व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौमाता को जीभ से चटाये गौमाता की जीभ हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा जाग जाती है । 


14. गौमाता के चारो चरणों के बीच से निकल कर परिक्रमा करने से मनुष्य भय मुक्त रहता है ।


15. गौमाता के गर्भ से ही महान विद्वान धर्म रक्षक गौ कर्ण जी महाराज पैदा हुए थे। 


16. गौमाता की सेवा के लिए ही इस धरा पर देवी देवताओं ने अवतार लिये हैं । 


17. जब गौमाता बछड़े को जन्म देती तब पहला दूध बांझ स्त्री को पिलाने से उनका बांझपन मिट जाता है । 


18. स्वस्थ गौमाता के गौमूत्र को रोजाना दो तोला सात पट कपड़े में छानकर सेवन करने से सारे रोग मिट जाते हैं । 


19. गौमाता वात्सल्य भरी निगाहों से जिसे भी देखती है । उनके ऊपर गौकृपा (33 कोटि देवी - देवताओं) हो जाती है ।


20. काली गाय की पूजा करने से नवग्रह शांत रहते हैं । जो तल्लीनता से धर्म के साथ गौ पूजन करता है। उनको शत्रु दोषों से भी छुटकारा मिलता है । 


21. गाय एक चलता फिरता मंदिर है । हमारे सनातन धर्म में 33 कोटि देवी देवता है । हम रोजाना 33 कोटि देवी देवताओं के मंदिर जा कर उनके दर्शन नहीं कर सकते , पर गौमाता के दर्शन से सभी देवी देवताओं के दर्शन हो जाते हैं । 


22. कोई भी शुभ कार्य अटका हुआ हो बार - बार प्रयत्न करने पर भी सफल नहीं हो रहा हो , तो गौमाता के कान में कहिये रूका हुआ काम बन जायेगा !


 23. गौमाता सर्व सुखों की खान है । और पितृदोष एवं कालसर्प दोष से भी छुटकारा मिलता है।


*हे मां आप अनंत ! आपके गुण अनंत ! इतना मुझमें सामर्थ्य नहीं कि मैं आपके गुणों की व्याख्या कर सकूं ।*


    *🙏🏻🐂 गैया मैया की जय 🐂🙏🏻*


*🙏🏻🕉️🚩हर हर सनातन्🚩🕉️🙏🏻*

*🙏🏻🕉️🚩घर घर सनातन्🚩🕉️🙏🏻*


            *- "🐂गौसेवक🐂" पं. मदन मोहन रावत*

                                                  *"खोजी बाबा"*

                                                  *9897315266*