प्रेम शर्मा,लखनऊ।
नगर निगम और सिंचाई विभाग के अफसरों ने आज संयुक्त रूप से गोमती में मौजूद जलकुम्भी का निरीक्षण करने के उपरान्त इसे पाॅच सेक्टर में विभाजित किया। इस जलकुम्भी को दस दिनों के भीतर हटाने के लिए 5 जे.सी.बी., 2 पोकलैण्ड मशीन एवं 27 नावों पर 86 श्रमिको की व्यवस्था की गई है।
नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि नगर विकास मंत्री जी के दिशा-निर्देशों के क्रम में सिंचाई विभाग एवं नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा गोमती नदी में मौजूद जलकुम्भी का स्थलीय सर्वेक्षण किया गया। निरीक्षण में सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता तथा नगर निगम के अपर नगर आयुक्त एवं मुख्य अभियंता उपस्थित रहें। सर्वेक्षण के दौरान गोमती नदी को 5 सेक्टर में विभाजित किया गया जिसमें प्रथम सेक्टर पीपे वाले पुल से लेकर कुड़ियाघाट तक कुल लगभग 1500 मीट्रिक टन जलकुम्भीय द्वितीय सेक्टर कुड़ियाघाट से पक्का पुल के बीच पूर्व में सफाई कार्य कराये जाने के उपरांत 100 टन अवशेष जलकुम्भीय तृतीय सेक्टर पक्का पुल से निकट के रेलवे ब्रिज तक लगभग 500 मीट्रिक टन जलकुम्भीय चतुर्थ सेक्टर झूलेलाल वाटिका से हनुमान सेतु तक 1850 टन जलकुम्भीय पंचम सेक्टर हनुमान सेतु से गोमती बैराज तक सफाई कराये जाने के उपरांत बहुत थोड़ी मात्रा में लगभग 100 टन जलकुम्भी हटाये के लिए 5 जे.सी.बी., 2 पोकलैण्ड मशीन एवं 27 नावों पर 86 श्रमिको को लगाकर सफाई का कार्य कराया जा रहा है। गुरुवार से सिंचाई विभाग द्वारा 5 पोकलैण्ड मशीन किराये पर दिये जाने के संबंध में उच्च स्तर से दिये गये निर्देश प्राप्त होने के उपरांत नावों की संख्या 40 करते हुए तथा अन्य संसाधनों में वृद्धि कर आगामी 10 दिवसों के अंदर पीपे वाले पुल से गोमती बैराज तक गोमती नदी की समस्त जलकुम्भी को हटाये जाने का कार्य नगर निगम द्वारा किया जायेगा।