एमिटी में छात्रों की प्रगति पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

 



हिन्दुस्तान वार्ता, नोयडा।अनिल दूबे।

आज एमिटी विश्वविद्यालय नोएडा सैक्टर 125 ने तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला का विषय ’छात्रों की प्रगति के लिए उच्च शिक्षा की पुनार्रचनाः कौशल जो ज्ञान एंव डिजिटल अर्थव्यवस्था में होगे हावी’ था। कार्यक्रम की शुभारंभ आॅस्ट्रेलिया के केपीएजी के निदेशक श्री विकास कन्नव, नई दिल्ली के कंपटीशन कमीशन आॅफ इंडिया के चेयरमेन श्री अशोक कुमार गुप्ता, कैलिफोर्निया के वीएम वेयर की वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती पूर्णिमा पùनाभन ने किया। सभी अतिथियों का स्वागत एमिटी यूनिवर्सिटी उत्त्र प्रदेश की वाइस चांसला डा बलविंदर शुक्ला ने किया।

आॅस्ट्रेलिया के केपीएजी के निदेशक श्री विकास कन्नव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डिजिटल केवल तकनीक ही नही बल्कि आज के उद्योग डिजिटल को कई पहलूओं से देखते है जैसे व्यवहार कौशल, सहयोग, डिजाइन आदी। छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा केवल डिग्री पर आकर समाप्त नही होती हलाकि असल शिक्षा तो डिग्री के बाद शुरू होती है। सदैव सीखने के लिए तैयार रहे। उन्होने यह भी कहा कि कोई भी डोमेन में आप काम करे उस डोमेन में तकनीक का महत्व समझे। छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि अपने पाठ्यक्रम के साथ साथ अन्य पाठ्यक्रमों की भी ज्ञान एंव विज्ञान होना चाहिए।

नई दिल्ली के कंपटीशन कमीशन आॅफ इंडिया के चेयरमेन श्री अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि आज के समय में उद्योग के लिए यह जरूरी है कि वह कंपटीशन कानून को सही प्रकार से समझे। प्रतिस्पर्धा से उद्योग स्तर पर उत्पादकता में वृद्धि होती है और अधिक रोजगार के अवसर बनते है।

कैलिफोर्निया के वीएम वेयर की वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमती पूर्णिमा पùनाभन ने कहा कि कोरोना काल के कारण व्यापार में बढ़े बदलाव आए है जैसे व्यापार एंव उद्योग से जुड़े लोग दूर के भी हो सकते है चाहे वह आपके ग्राहक ही क्यो न हो, आप अपना काम कही से भी कर सकते है जोकि एक बढ़ा लाभ है। महामारी में वही उद्योग चल सके है जो किसी भी परिस्थिति के अनुकूल चल सकते है। अगर आप डिजीटल स्तर पर तेज है तो अवसर पर काबू बना सकते है। परिवर्तन एक ऐसी चीज़ है जो स्थिर है। सही उपकरणों के साथ आप बदलाव के साथ आगे बढ़ सकते है। टैकनोलाॅजी एक ऐसा उपकण है जिसका प्रयोग आगे और बढ़ता जाऐगा।

एमिटी यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश की वाइस चांसला डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि लगभग सभी व्यापार एंव उद्योगों को जीवित रखने के लिए टैकनोलाॅजी को अपनाना पढ़ेगा। टैकनोलाॅजी का प्रयोग आजीवन के लिए है हर क्षेत्र में इसका प्रयोग तेजी से हो रहा है। कारोबारी माहौल रोज बदलते है जिसके लिए हम सभी को तैयार रहना होगा। 

इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के तकनीकी सत्रों के दौरान अनेक मुद्दों पर चर्चा होगी जैसे भविष्य के कार्यबल, कंपटीशन कानून को समझना, फैशन उद्योग में कोरोना के कारण बदलाव, समकालीन कौशल, उद्यमिता के लिए रास्ता, स्वास्थ सेवा प्रबंधन आदी।