उपभोक्ताओं के घर भूल गए बिजली मीटर रीडर बिजली मोहकमा अब तक मना रहा कोरोना संक्रमण

 


प्रेम शर्मा,लखनऊ।

 कोरोना संक्रमण के चलते शासकीय सेवाओं जबरदस्त रूप से प्रभावित रही हैं। अब जबकि कार्यालय खोल दिये गए है काम शुरू हो चुका है ऐसे में बिजली मोहकमा अभी भी कोरोना की चपेट में दिखाई पड़ रहा है। कई क्षेत्रों से शिकायते मिल रही है कि उनके क्षेत्र में चार चार माह से बिजली मीटर रीड़र नही आ रहा हैं यही नही बिजली कनेक्शन से लेकर बिल संशोधन तक हर काम के लिए लेसा में दिन निर्धारित हैं। इसके बावजूद नया बिजली कनेक्शन, फ्यूज उड़ना, बिलिंग गड़बड़ी की समस्या, नाम सुधार, नाम परिवर्तन, श्रेणी में बदलाव, खराब मीटर, कटे कनेक्शन को जोड़ना सहित अन्य विद्युत संबंधी कार्यों के लिए उपभोक्ताओं को महीनों भटकना पड़ता है, जबकि विभाग में सिटीजन चार्टर लागू है। यानी जिम्मेदारों को शासन द्वारा तय मियाद में ही काम करना पड़ेगा। साथ ही लेटलतीफी होने पर संबंधित अभियंता व कर्मचारी से जुर्माना वसूलने का भी प्रावधान है।


सूत्रों के अनुसार कोरोना कर्फ्यू के बाद से लेसा में करीब 18 हजार आरडीएफ, आईडीएफ, सीलिंग सहित अन्य गलत बिल बने हैं जिन्हें सही नहीं किया गया। परेशान उपभोक्ता विभागीय अभियंताओं के चक्कर लगा रहा है, लेकिन कुछ नहीं होता। वहीं राजधानी में लगभग 55 हजार उपभोक्ताओं का बिजली बिल नहीं बना है। इस कारण वह बिजली बिल जमा नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा बीकेटी, चिनहट, सरोजनीनगर सहित लखनऊ में करीब 1500 लोगों ने नये कनेक्शन के लिए आवेदन किया, लेकिन कनेक्शन नहीं मिल सका। इसी तरह की अनेकोंनेक शिकायते है। यही नही शहर के मध्य स्थल पर बने लोक निर्माण विभाग सहित इसी क्षेत्र की अन्य सरकारी कालोनियों तक में पिछले कई महिने से मीटर रीडर न आने की शिकायते है।  जबकि विभाग द्वारा हर काम का समय निर्धारित है। नियमों की लगातार अनदेखी की जा रही है। जनता परेशान हो रही है लेकिन कोई सुध लेना वाला नही है।