सेवानिवृत्त और मृतक कर्मचारियों के दस करोड़ दबाए बैठा निगम प्रशासन मुख्यालय से जोनल कार्यालयों में बद्दुआ देते मिल जाएगें बुर्जुग और मृतक कर्मचारियों के परिजन

 


प्रेम शर्मा,लखनऊ।

 एक तो कारोना के संक्रमण से पिछले एक साल से परेशानी के दौर से गुजर रहे नगर निगम के एक दो नही बल्कि 220 सेवानिवृत्त कर्मचारी और मृतक कर्मचारियों के परिजन नगर निगम की उदासीनता और संवेदनहीनता से अब बिलबिला रहे है। कई परिवार भूखमरी की कगार पर है। दिसम्बर 2017 से दिसम्बर 2020 तक के आकड़ों पर ही नजर डाले तो लगभग 220 सेवा निवृत्त कर्मचारी ऐसे है जिनकों अब तक पेंशन एरियर व ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं किया गया। उक्त कर्मचारियों के मद में निगम की देनदारी वाली यह राशि लगभग दस करोड़ होगी। क्योकि कर्मचारियों का जिन मद में बकाया है सामन्य श्रेणी के कर्मचारी का सेवानिवृत्ति पर छह लाख तो बड़े का यह बकाया दस लाख तक होता है। जबकि काफी ऐसे दबंग और पहुंच वाले कर्मचारी है जिनकों सेवानिवृत्त के एक माह के अन्दर भुगतान कर दिया गया। यही नही सेवा निवृत्त कर्मचारियों का यहाॅ तक कहते है जहाॅ निगम प्रशासन ठेकेदारों के भुगतान में हडबड़ी में रहता है वही सेवानिवृत्त और मृतक कर्मचारियों के भुगतान की फाईले धूल फाॅक रही है।

नगर निगम से सेवानिवृत्त रामदेवी, अवधेश कुमार, बाबूदेई, कन्हैयालाल, अवधेश कुमार, रामलखन कुशवाहा, राजेश कुमार बाजपेई, इसरार हसैन, प्रेम कुमार, रूप चंद, श्रीमती संतोष, फूलमती, रामशंकर, श्रीमती सुनीता कश्यप, संजीवन और नौमीलाल जैस लगभग दो से अधिक परिवार है जो वर्तमान समय में निगम प्रशासन को कोस रहे है। हरीराम पुत्र गिरजा 31 दिसमबर 2019 बेलदार अभियंत्रण विभाग जोन -1 एवं सुरुजू पुत्र गोकरण बेलदार अभियंत्रणविभाग 31 दिसम्ब्र 2019 को सेवानिवृत्त हुए हैं। इसी तरह कई  कर्मचारी वर्ष 2017 से 2020 तक सेवानिवृत्त हुए परंतु लेखा विभाग द्वारा आज तक उन सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन एरियर व ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं किया।लेखा विभाग की गलत नीतियों के कारण सभी सेवानिवृत्त कर्मचारी नगर निगम के चक्कर लगा रहे हैं। लेखा विभाग द्वारा जो पहले कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं उनका भुगतान ना करके बाद में पिक एंड च्वाइस की मनमानी नीति अपनाते हुए भुगतान किया जा रहा है। लगभग ऐसे 220से अधिक कर्मचारी हैं।जो विगत वर्षों में सेवानिवृत्त हुए हैं उन्हें आज तक पेंशन एरियर व ग्रेच्युटी का भुगतान नहीं किया गया है जो लगभग दस करोड़ की धनराशि है।माह दिसंबर 2020 से बीमा धनराशि भी सामूहिक जीवन बीमा निगम को नहीं भेजी गई है। भविष्य निधि भी 5 माह से लंबित है।सातवें वेतनमान का एरियर आज तक नियमित कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों में जमा नहीं किया गया है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी सातवे  वेतनमान की धनराशि का भुगतान नहीं किया गया है।  महंगाई भत्ते के लगभग 20 करोड़ की धनराशि भविष्य निधि खातों में जमा ना होने के कारण सेवानिवृत्त कर्मचारियों को संपूर्ण भविष्य निधि का ब्याज सहित भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबकि विगत माह मे राज्य वित्त आयोग से अपेक्षानुसार धनराशि भी प्राप्त हुई है। मृतक आश्रितों को समय से नियुक्ति भी नहीं प्रदान की जा रही है । इस सम्ब्ंध में नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनंद वर्मा का कहना है कि नगर आयुक्त  से वार्ता कर वर्ष 2017 से 2020 तक  सेवानिवृत्त,मृतक कर्मचारियों के भुगतान की मांग करेगा व नगर आयुक्त को वस्तुस्थिति ना बता कर गुमराह करने तथा सेवानिवृत्त उपरांत कर्मचारियों का उत्पीड़न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग कर वस्तु स्थिति से अवगत कराया जाएगा।