एमिटी विश्वविद्यालय में दो दिवसीय दीक्षांत समारोह का आयोजन।

 



दीक्षांत समारोह के प्रथम दिन लगभग 9469 छात्रों को प्रदान की गई उपाधि।

हिन्दुस्तान वार्ता।नोयडा

कोविड के नियमों का पालन करते हुए एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, सेक्टर- 125, नौएडा में दो दिवसीय दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। सतारवे दीक्षांत समारोह में लगभग 19 हजार छात्रों को स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा आदि की डिग्रीयां प्रदान की गई। इसके अंर्तगत आज कृषि, जैव विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, पर्यावरण विज्ञान, इंजीनियरिंग एंव अन्य क्षेत्र के लगभग 9469  छात्रों को डिग्रीयां प्रदान की गई। समारोह के प्रथम दिन नौकरी ़कॉम ( दंनातपण्बवउ ) के संस्थापक पद्मश्री श्री संजीव भिखचंदानी और यूके के बर्मिंघम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर एडम टिकेल को (आनॅलाइन माध्यम) डाक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर 13 छात्रो ंको बेस्ट ऑल रांउड स्टूडेंट अवार्ड, 129 छात्रों को स्वर्ण पदक, 128 छात्रों को रजत पदक, 63 छात्रों को कांस्य पदक, 2  छात्रों को कोरपोरेट अर्वाड, एंव 71 छात्रों को श्री बलजीज शास्त्री अवार्ड प्रदान किये गये। कार्यक्रम में एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने छात्रों को डिग्रीयां प्रदान की। 

नौकरी .कॉम ( दंनातपण्बवउ ) के संस्थापक पद्मश्री श्री संजीव भिखचंदानी ने कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए सम्मान से वह बेहद प्रसंन है। मेरी उपलब्ध्यिां एक बड़े समूह का प्रयास है और यह एक टीम प्रयास है। मेरी सफलता के लिए मेरी टीम जिम्मेदार है। किसी भी संस्था की सफलता के लिए उस संस्था के लोग जिम्मेदार होते है। जीवन में 3 प्रमुख चीजें सदैव ध्यान रखनी चाहिए, सबसे पहले हमे लचीला होना चाहिए और कभी हार नही माननी चाहिए। दूसरे प्रमुख बात यह है कि केवल सफलता ही नही अभ्यास एंव कड़ी मेहनत करना वास्तव में महत्वपूर्ण है। अपने काम को प्रतिबद्धता एंव ईमानदारी के साथ करें, दूसरों से विनम्रता और सम्मना के साथ संपर्क करें। किसी भी चीच में सफल होने के लिए यह चार गुण जरूरी है।

यूके के बर्मिंघम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर एडम टिकेल ने कहा कि बर्मिंघम विश्वविद्यालय ने भारत के कई पूर्व छात्रों को शिक्षा प्रदान की है और भारत के कई प्रतिष्ठिम छात्र बर्मिंघम विश्वविद्यालय से शिक्षित हुए है। हम भारत के साथ सबसे अधिक जुड़े हुए विश्वविद्यालयों में से एक है और विभिन्न परियोजनाओं के लिए भारत के साथ व्यापक भागीदारी है। एमिटी के साथ हमारा संबंध हमारे लिए बहुत महत्वपूण है अनुसाध्ंान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों में हाल के समझौतों के साथ यह मजबूती से मजबूत होता जा रहा है। डेटा विज्ञान, आपूर्ति श्रृंखला जैसे कई क्षेत्रों के जरिए एमिटी विश्वविद्यालय एंव बर्मिंघम विश्वविद्यालय के बीच बड़ा सहयोग की संभावना है। प्रोफेसर एडम ने एमिटी के छात्रों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए कामना की। 

एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि दीक्षांत सामरोह हर व्यक्ति के लिए सबसे अहम एंव यादगार दिन होता है। एमिटी ने आज तक जो भी हासिल किया है उसका कारण एमिटी से जुड़े लोग है। एमिटी विश्वविद्यालय केवल भारत में ही नही पूरे विश्व में सबसे बेहतर है, हमारे संस्कार एंव मूल्य है जो हमें सबसे अलग बनाता है।

एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने कहा कि एमिटी अपने छात्रों को पढ़ाई के साथ साथ काम के प्रति ईमानदार, निष्ठावान बनाता है। डा चौहान ने छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि सदैव जरूरतमंद की मदद करे। 

इस दीक्षांत समरोह के अवसर एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला भी उपस्थित थे।