नेशनल चैम्बर द्वारा आगरा में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के आयोजन की मांग।



पूंजी निवेश की आगरा में है अपार संभावनाएं।

व्यापक प्रचार प्रसार की है आवश्यकता।

माननीय मुख्य मंत्री को लिखा पत्र। 

हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

 आगरा में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के आयोजन हेतु चैम्बर द्वारा मांग की गयी।  चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने माननीय मुख्य मंत्री को पत्र लिखकर कहा है  कि आगरा सदैव से एक महत्वपूर्ण शहर रहा है।   पूर्व में आगरा को देश की राजधानी होने का गौरव प्राप्त था।  आगरा के चारों कोनों पर बड़े शिवालय स्थित हैं। यमुना किनारे स्थित होने के कारण व्यापारिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण शहर रहा था।   यहां के फाउंड्री उद्योगों का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना है।  राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं हरियाणा राज्यों की की सीमाओं के निकट स्थित है।  अतः प्राकृतिक सम्पदाओं की दृष्टि से इसका एक बड़े क्षेत्र से संपर्क रहा है।  आगरा में ताजमहल स्थित होने से पूरी दुनिया में पर्यटन नगरी के रूप में जाना जाता है।  लाखों देशी विदेश पर्यटकों का आवागमन होता रहता है। 

सन 1996 में आगरा में टीटी जेड घोषित होने के कारण इसे जो औद्योगिक हानि हुई है उसकी भरपाई के लिए अभी तक कोई भी ऐसी योजना नहीं आ सकी है।   किसी समय में फाउंड्री उद्योग, डीजल एवं जनरेटर इंजन उद्योग, हस्तकला में ख्याति प्राप्त यह शहर आज इतना पिछड़ चुका है कि यहां के नवयुवक रोजगार के लिए आगरा से लगातार पलायन कर रहे हैं और आगरा बूढ़ों का शहर बन कर रहता जा रहा है। 

आगरा की अर्थव्यवस्था को बढ़ाए जाने की महती आवश्यकता है अन्यथा आगरा धीरे धीरे पूरी तरह से उजड़  जाएगा।  यहाँ पुनः उद्योगों की स्थापना हो इसके लिए अवश्य है कि आगरा में एक ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का आयोजन कराया जाए जिससे आगरा की उपयुक्तता का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार देश-दुनिया के छोटे-बड़े निवेशकों के मध्य हो सके और वे आगरा में निवेश करने के लिए आकर्षित हो सकें। वर्तमान में विभिन्न राज्यों द्वारा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण शहरों में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के आयोजन किए जा रहे हैं। 

आगरा आज की परिस्थितियों में आईटी  सिटी, सोलर सिटी, गारमेंट हब, फूड प्रोसेसिंग एवं हस्तशिल्प उद्योग, चिकित्सीय उत्पाद उद्योग तथा उच्च स्तरीय शिक्षण संस्थानों के लिए बहुत ही उपयुक्त शहर है।  जूता उद्योग में यह देश में अग्रणी है।  पूरे देश का लगभग 30% जूता आगरा से निर्यात किया जाता है।  फूड प्रोसेसिंग के लिए आगरा बहुत ही उपयुक्त है क्योंकि आगरा कृषि क्षेत्र में अग्रणी है। आलू उत्पादन में तो पूरे देश में अग्रणी है।  पूरे  देश का एक तिहाई आलू आगरा क्षेत्र में पैदा होता है।  लगभग तीन सौ शीत ग्रह स्थापित है, जिन की छत सोलर पैनल लगाने के लिए बहुत ही उपयुक्त है।  शीत गृह स्वामी सोलर पैनल लगाने के लिए तत्पर हैं। किन्तु आगरा में पावर ग्रिड स्थापित न होने के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है।  आगरा में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री न होने के कारण आलू उत्पादक किसानों को उनके उत्पादन का सही मूल्य भी नहीं मिल पाता है। 

वर्तमान में आगरा राष्ट्रीय राजमार्गों, रेल मार्गों, वायु मार्ग से देश के सभी बड़े शहरों  अच्छी तरह से कनेक्टेड है।   डोमेस्टिक फ्लाइट्स चालु हो गईं हैं। निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी दूर नहीं है।  न्यू दक्षिणी बाईपास , यमुना एक्सप्रेसवे, आगरा एक्सप्रेस वे, नेशनल हाईवे 29 के सिक्स लेनी करण होने से एवं आगरा में रिंग रोड के निर्माण होने से सभी शहरों से बड़े वाहनों के आवागमन की सुविधा सर्वोत्तम हो गई है।  नई दक्षिणी बाईपास के निकट से ही उत्तरी बाईपास प्रस्तावित है।  न्यू दक्षिणी बाईपास मार्ग के दोनों ओर उद्योगों के स्थापित करने के लिए बहुत बड़े क्षेत्रफल में भूमि उपलब्ध है।  यहाँ  लैंड बैंक बनाकर बड़े स्तर पर उद्योगों की स्थापना की जा सकती है जो शहर से 15-20 की किमी दूर होने के कारण शहर के पर्यावरण को बिना प्रभावित किए हर जगह के लिए आवागमन की दृष्टि से भी बहुत ही उपयुक्त स्थल है। आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा 2031 परियोजना में यहीं नया ट्रांसपोर्ट नगर प्रस्तावित है।  प्रस्तावित ग्रेटर आगरा में भी कई महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। तीर्थस्थल मथुरावृंदावन के विस्तारीकरण की योजना भी प्रस्तावित है। इस तरह इस शहर को पर्यटन के साथ साथ धार्मिक लाभ भी मिलता है।  वैसे भी पौराणिक शास्त्रों में रेनुका घाट, पश्चिमाई,  कैलाश,मनःकामेश्वर मंदिर आदि का आगरा का धार्मिक दृष्टिकोण से महत्व है।   विभिन्न प्रकार से आगरा में पूंजी निवेश की अपार संभावनाएं हैं केवल इसकी उपयुक्तता को बृहद स्तर पर प्रचार की आवश्यकता है। 

वर्तमान में सरकार की  महत्वाकांक्षी योजना 1050 एकड़ भूमि में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर बनाए जाने  पर कार्य नेशनल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन, नई दिल्ली द्वारा चल रहा है। आईटी पार्क का निर्माण कार्य पूर्ण होने की स्थिति में है। आपके आशीर्वाद से 45 एकड़ में मिनी एम्स की योजना है। शीघ्र ही में यूपी के 7 शहरों में से इसे एक इंटरनेट एक्सचेंज भी मिल चूका है। अतः इस समय आगरा में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट होने से इन योजनाओं को पंख लग सकेंगे और आगरा अपनी औद्योगिक अर्थव्यवस्था को  शीघ्र ही पूर्व की तरह प्राप्त करने लगेगा। 

अतः हमारी मांग है कि आगरा में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के आयोजन हेतु शीघ्र निर्देश जारी किये जाए।   ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के आयोजन में यह चेंबर अपनी अहम भूमिका निभाने के लिए तत्पर है।