हरियाली माह : गुरु पूर्णिमा (आषाढ़ पूर्णिमा) तद अनुसार 13 जुलाई से रक्षाबन्धन 11अगस्त तक।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।

भारतीय परम्परा में य़ह माह वर्षा काल है, इस मौसम में लगाया हुआ पौधा सहज ही जड़ पकड़ लेता है और शीघ्र बढ़ता है।

इस माह में अपने जीवन और अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए दो कार्य कीजिए।

(एक), आप स्वयं व अपने मित्रों द्वारा उत्सव पूर्वक कम-से-कम एक हरिशंकरी का रोपण करें और उसकी सुरक्षा की व्यवस्था बनायें। हरिशंकरी  में पंच पल्लव के पौधों में से तीन पौधे (1) पीपल (2) पाकड (3) बरगद एक थाले में एक साथ लगाएं।  य़ह तीनों एक साथ बढ़कर तीन महत्वपूर्ण कार्य करेंगे। आपको एक कार्य के तीन फल प्राप्त होंगे।

(1) जल कलश की स्थापना- भारतीय परम्परा में किसी भी शुभ कार्य के समय जल कलश की पूजन सहित स्थापना की जाती है। जल कलश स्थापना के लिए गाय के गोबर और मिट्टी की "कलश पीठिका" बनाई जाती है जिस के ऊपर "जौ" की बुवाई की जाती है। इसके बाद इस पीठिका के उपर मिट्टी या धातु का पात्र स्थापित किया जाता है, जो जल से भरा जाता है। इसके बाद इसके ऊपर पंच पल्लव में से एक वृक्ष आम के पत्ते रखे जाते हैं। उसके बाद उसका मुँह नारियल, मिट्टी का सरवा या कटोरी से ढक दिया जाता है। 

यह जल कलश पंच पल्लव अर्थात वर्षा जल को अपनी जड़ों में संग्रहित करने बाले पौधे का प्रतीक होता है, जो स्मरण कराता है कि वर्षा जल भंडारण में ही जीवन का कल्याण निहित है।

(2) धर्मशाला की स्थापना- भारतीय परंपरा में धर्मशाला बनाना बहुत पुण्य का कार्य माना जाता है। हरिशंकरी लगाने से थोड़े दिन बाद एक सघन वृक्ष के रूप में विकसित होगा जिसके ऊपर हजारों जीव-जंतुओं को आश्रय मिलेगा और फिर उसकी सघन छाया के नीचे मानव सहित सभी जीव-जंतुओं को सुख शांति और विश्राम मिलेगा। इस प्रकार जीवंत धर्मशाला बन कर तैयार हो जाएगी जो हजारों वर्षों तक चलेगी।

(3) भंडारे का शुभारंभ- भारतीय परंपरा में भंडारा अर्थात दूसरों को भोजन का प्रसाद वितरण करना बहुत पुण्य का कार्य माना जाता है। हरिशंकरी जब बड़ी होती है तो इस के पौधों में निरन्तर फल लगना प्रारम्भ होता है जिससे चिडियों व अन्य जीव-जंतुओं को निरन्तर भोजन मिलता है। भंडारा प्रारम्भ हो जाता है। आइए हरियाली माह में पुण्य लाभ प्राप्त करें। 

(दो), जहाँ वर्षा का पानी रोक सकते हो रोकिए। तालाबों में वर्षा का पानी जाए, इसकी व्यवस्था बनाए। पुराने कुओं को रीचार्ज बेल के रूप में उपयोगी बनाइये।

आइये हरियाली माह को मंगलकारी बनाएं।

 - बृजेन्द्र पाल सिंह

राष्ट्रीय संगठन मंत्री, लोक भारती।