दयालबाग शिक्षण संस्थान में वोकेशनल कोर्स-फ़ूड प्रतियोगिता का हुआ आयोजन।

 




- दयालबाग शिक्षण संस्थान (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), आगरा के गृह विज्ञान विभाग के बेचलर ऑफ़ वोकेशनल कोर्स-फ़ूड प्रोसेसिंग एंड प्रिजर्वेशन कोर्स के अंतर्गत, प्रतियोगिता । 

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा,26 अगस्त। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल पर, भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र से 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिल्लेट वर्ष (ल्यों)  के रूप में घोषित करने का प्रस्ताव दिया है। सरकार ने ल्यों के लिए 'सात सूत्र' (थीम) विकसित किए हैं, जिन्हें संबंधित मंत्रालय, विभागों द्वारा लागू किया जाएगा, - उत्पादन में वृद्धि, पोषण और स्वास्थ्य लाभ, मूल्य संवर्धन( वैल्यू एडीटीओन) प्रसंस्करण और पकाने की विधि विकास, उद्यमिता/स्टार्टअप/सामूहिक विकास, ब्रांडिंग लेबलिंग और संवर्धन, अंतर्राष्ट्रीय आउटरीच सहित जागरूकता सृजन और मुख्यधारा के लिए नीतिगत हस्तक्षेप। मिल्लेट्स- प्रोटीन, फाइबर, खनिज, आयरन, कैल्शियम का एक समृद्ध स्रोत है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। भारत मिल्लेट्स का एक प्रमुख उत्पादक है, जो एशिया के उत्पादन का 80% और वैश्विक उत्पादन का 20% हिस्सा है। भारत सरकार ने मिल्लेट्स को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।

 उपरोक्त को ध्यान रखते हुए दयालबाग शिक्षण संस्थान (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), आगरा के गृह विज्ञान विभाग के बेचलर ऑफ़ वोकेशनल कोर्स-फ़ूड प्रोसेसिंग एंड प्रिजर्वेशन कोर्स के अंतर्गत, प्रतियोगिता श्रंखला के अंतगत दिन 26 अगस्त को (मिल्टेट् प्रोडक्ट) मोटे अनाज से बने उत्पादों की अंतर संकाय प्रतियोगिता का आयोजन यूनिवर्सिटी परिसर में किया गया. (मिल्टेट्) का उत्पादन दयालबाग शिक्षण संस्थान द्वारा भी किया जा रहा है I इस प्रतियोगिता मैं विभिन्न संकायों की 35 प्रतिस्पर्धी टीमों (करीब 85 विद्यार्थियों) ने उत्साहपूर्वक भाग लिया जिसमें प्रेम विद्यालय की छात्राएं और DEI के छात्र व छात्राएं सम्मलित थे, सभी ने विभिन्न पारंपरिक और गैर-पारंपरिक उत्पाद जैसे बर्फी, खीर, पिज़ा, गोलगप्पे, अप्पे, इडली, बड़े, नमकीन मफँस, राजस्थानी सातु  आदि भी तैयार किये. प्रतियोगिता का परिणाम निकलने के लिए वरिष्ठ व अनुभवी निर्णायक मंडल द्वारा उत्पादों का मूल्यांकन किया गया।

 इस प्रतियोगिता का आयोजन डॉ. सीमा काश्यप, एसोसिएट प्रोफेसर, ग्रह विज्ञान (कोऑर्डिनेटर बी.वॉक. फ़ूड प्रोसेसिग्न), डॉ.शुभ्रा सारस्वत, डॉ.चारुल गोयल, हेमा पनवर और करुणा सिंह, गुरप्यारी, रितु, आभा और विभिन्न संकाय के विद्यार्थियों व शिक्षकों के अथक प्रयासों से संपन्न हुआ. इस अवसर पर दयालबाग शिक्षण संस्थान के डायरेक्टर प्रो. प्रेम कुमार कालरा, रजिस्ट्रार प्रो.आनंद मोहन, प्रोफ. जे.के.वर्मा, 

श्री बसंत कुमार (खाद्य सुरक्षा अधिकारी), डॉ.टी. प्रेम सरन, भावना शर्मा (शोधकरता), प्रगति शर्मा (शोधकरता), रिमझिम  पाठक (शोधकरता), डॉ.चारु स्वामी, डॉ.अंजिता कृष्णा मणि पदम्, अमित जोहरी आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।