ईद मिलादुन्नबी(बारहवफात),के अवसर पर हजरत मोहम्मद साहब का भावपूर्ण स्मरण।

                    


हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

ईद मिलादुन्नबी,

क्या पेश करुँ तुम को क्या चीज़ हमारी है। 

यह दिल भी तुम्हारा है यह जाँ भी तुम्हारी है॥ 

तेज़ बारिश में अपनी शानों शौकत के साथ,                       
आज ईद  मिलादुन्नबी"  (बारहवफ़ात) के अवसर पर शहर में परम्परागत जुलूस निकालकर हज़रत मोहम्मद साहब का भावपूर्ण स्मरण किया गया। पुराना परम्परागत जलूस सैय्यद अबुल उल्लाह दरगाह से हाजी ज़नाव अबरार कुरैशी के नेतृत्व में निकाला गया जिसमें सैंकड़ों युवक  राष्ट्रीय तिंरगा झंडा और इस्लाम का झंडा लेकर जोश के साथ नारे लगाते चल रहे थे। दूसरा परम्परागत जलूस पाय चौकी बेगम ड्योढी से सूफी बुंदन मिया के नेतृत्व में निकाला गया।जिसमें सैंकड़ों युवा और बच्चे शामिल रहे । दौनों जलूसों का रास्ते में जगह जगह पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। तिलक बाजार के तिराहे पर कांग्रेस नेता पण्डित नवींन चन्द्र शर्मा द्वारा दौनों जलूसों में शामिल लोगों का साफा बांधकर स्वागत किया गया।जलूस में सैयद इरफान सलीम, समी आगाई,अख्तर कप्तान (भाजपानेता) प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।