प्राईवेट स्कूलों की ज्यादतियाँ कब रुकेगी:टीम पापा।

 

                           


हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

प्रोग्रेशिव एसोशियेशन ऑफ पेरेंट्स" टीम पापा' ने प्राईवेट विद्यालयों की निरंकुशता-ज्यादतियों पर, प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए, सेन्ट मार्क्स विद्यालय,सेंटपीटर्स कॉलोनी,बजीरपुरा रोड आगरा,पर हुई कल की घटना को शर्मनाक बताया है।

संस्था के संरक्षक मनोज शर्मा ने कहा कि इतनी कड़कड़ाती सर्दी में बच्चों को विद्यालय प्रांगण से बाहर सड़क पर मात्र इस लिए खड़ा कर देना कि बच्चों की सर्दी की ड्रेस अधूरी है। ये विद्यालय की व्यापारिक मानसिकता को उजागर करता है।

माना जा सकता है कि विद्यालय का एक ड्रेस कोड हो पर 6 से 9 ड्रेस सालभर के लिए व अगले वर्ष उनको फिर से बदलाव कर देना,साफ साफ कमीशनखोरी की तरफ इशारा करता है।

उत्तर प्रदेश की शिक्षा नीति 2018 के मुताबिक कोई भी  विद्यालय अभिभावकों को किताबें,स्कूल ड्रेस,जूते-मोजे,बैग आदि के चयनित दुकान से खरीदने के लिए मजबूर करना, अभिभावक शोषण को दर्शाता है, साथ ही सेन्ट मार्क्स विद्यालय प्रधानाचार्य का यह कहना कि विद्यालय प्रातः 8:30 बजे से खुला है। 

इनका समय, ये बताता है,कि प्राईवेट विद्यालय किस तरह से प्रशासन के आदेशों को हवा में उड़ाते हैं।जबकि आगरा में यह आदेश लागू है कि विद्यालय, प्रातः 10 बजे से पहले नहीं खुलेंगे, पर आदेश ताक में रख कर, विद्यालय 8:30 बजे खोलना साफ जाहिर करता है ,या तो शिक्षा विभाग की मिली भगत से यह मुमकिन है,या विद्यालय को किसी प्रकार का डर ही नही है। कल की घटना पर विद्यालय की शिकायत प्रशासन से लेकर शासन तक की जायेगी।संस्था,दोषी विद्यालय पर तत्काल कार्यवाही की माँग करेगी।