दो दिवसीय आल इंडिया कोल्ड चेन सेमिनार का सम्मान समारोह के साथ भव्य समापन।



विकास चाहिए तो नवाचार को महत्वता देनी ही होगी-असीम अरुण।

समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण के समक्ष रखीं फेडरेशन ने मांग।

मंडी शुल्क में छूट के साथ ही फैक्ट्री एक्ट में राहत का मुद्दा उठाया।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा। नीतिगत विषयों में परिवर्तन और नवाचार को महत्व देने पर ही समाज का विकास हो सकता है। फेडरेशन आफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स आफ इंडिया द्वारा आयोजित आल इंडिया कोल्ड चेन सेमिनार के समापन समारोह में यह सुझाव दिए मुख्य अतिथि समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण ने। 

माल रोड स्थित होटल क्लार्क शिराज में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में 16 राज्यों के 900 से अधिक शीत गृह स्वामी शामिल हुए।   

राज्य मंत्री असीम अरुण ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार विकास की दिशा में लगातार अग्रसर है। आधुनिक प्रक्रिया और पारदर्शिता के साथ अर्थ व्यवस्था एक ट्रिलियन पहुंचाने का ध्येय है। लेकिन ध्यान रखा जा रहा है कि हर वर्ग का आर्थिक विकास हो। राज्यमंत्री ने शीत गृह स्वामियों को आश्वस्त किया कि निकाय चुनाव के बाद वे फेडरेशन के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनकी मांग रखेंगे। 

उन्होंने कहा कि किसान की आय को चार गुना करने का प्रयास करें। शीतगृह के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आसान और शीघ्र हो सकती बशर्ते कागजीकरण पूर्ण हो। उन्होंने सुझाव दिया कि श्रीधन के भंडारण के लिए शीत गृहों में पर्याप्त चैंबर भी बनाएं। सेमिनार के प्रथम सत्र में नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स के अध्यक्ष राजेश गोयल ने राज्यमंत्री के समक्ष शीतगृह स्वामियों की मांगें रखीं। उन्होंने कहा कि आलू पर मंडी शुल्क समाप्त होना चाहिए। इसके साथ ही कारखाना अधिनियम में संशोधन अतिआवश्यक है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आसान होने से प्रसंस्करण और निर्यात की दिशा में लाभ होगा। अच्छी गुणवत्ता के बीज किसानों को मिलने पर अप्रत्यक्ष लाभ शीत गृहों को भी होगा। गुजरात की तरह अमेरिकी या अन्य देशों का बीज उप्र में भी आना चाहिए। राज्यमंत्री ने सभी मांगों को संज्ञान में लिया और सुझाव दिया कि कोल्ड स्टोरेज मैनेजमेंट सिस्टम लागू होना चाहिए, ताकि स्टोरेज की क्षमता की जानकारी किसानों को आसानी से हो सके। विभिन्न राज्यों से आए शीतगृह स्वामियों ने अपनी समस्याएं एवं सुझाव भी रखे।   

निकाय चुनाव में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगी भाजपा। 

सेमिनार के समापन पर पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि निकाय चुनाव में भाजपा अपने ही रिकार्ड को ध्वस्त कर जीत के नये कीर्तिमान स्थापित करेगी। 

इनका किया गया सम्मान।

सेमिनार में मुख्य अतिथि राज्य मंत्री असीम अरुण के कर कमलों द्वारा उद्योग रत्न सहित अन्य सम्मान दिए गए। जिसमें दैनिक जागरण के संपादक अवधेश माहेश्वरी को लाइफ टाइम अचिवमेंट अवार्ड,रसोई रतन के डायरेक्टर राजेश अग्रवाल, रावी इवेंट के महाप्रबंधक मनीष अग्रवाल, विपिन दीक्षित, संदेश जैन को उद्योग रत्न सम्मान दिया। यंग एंटरप्नोर सम्मान शशि पारिख को दिया गया। पत्रकारिता के क्षेत्र में संजय तिवारी एवं देशदीपक तिवारी को सम्मानित किया गया।

कम उम्र में शशि ने रचा कीर्तिमान।

सेमिनार में दिल्ली से आयीं 25 वर्षीय शशि पारिख को यंग एंटरप्नोर के अवार्ड से सम्मानित किया गया। शशि सीए फाइनल की छात्रा हैं लेकिन कुछ नया करने की चाह में उन्होंने उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रखा। राजस्थान के नागौर में सौर उर्जा से संचालित शीत गृह की स्थापना की और उसमें कसूरी मैथी, जीरा, सौंफ का भंडारण किया जाता है। शीत गृह उद्योग में शशि अपने परिवार की पहली पीढ़ी के रूप में मिसाल बनी हैं। 

मशरूम उत्पादन वर्तमान में है मुनाफे का सौदा।

डा हैमेंद्र यादव ने मशरूम प्रोडक्शन  पर प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने शीत गृह में आलू भंडारण के साथ ही मशरूम उत्पादन एवं भंडारण के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के दौर के बाद मशरूम की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ चुकी है। हालात ये हैं कि खपत के अनुरूप मांग नहीं है। इसलिए यदि शीत गृह स्वामी अपने यहां चैंबर बनाकर मशरूम का उत्पादन और भंडारण करें तो लाभ होगा। उन्होंने मशरूम चैंबर और पैकेजिंग के बारे में भी बताया।

हर उत्पादन के लिए अलग चैंबर बनाएं।

निदेशक उद्यान विभाग डॉ आरके तोमर ने कहा कि शीत गृह स्वामी आलू पर निर्भरता खत्म करते हुए अन्य उत्पादन का भंडारण भी करें लेकिन चैंबर अलग बनाएं। इसके अलावा राइजिंग चैंबर, इंट्रीग्रेटिड पैक हाउस भी शीत गृह में लगाएं। ग्रेडिंग सिस्टम को जरूर अपनाएं। उन्होंने कहा कि जब लिज्जत पापड़ गृह उद्योग के रूप में एक पहचान बन सकता है तो आलू से बने चिप्स अपनी प्रसिद्धि क्यों नहीं पा सकते। उन्होंने कहा कि ये भ्रम फैलाया गया है कि आलू नुकसान करता है, मधुमेह के रोगियों को नहीं खाना चाहिए जबकि आलू यदि भून कर खाया जाए तो वो फायदा ही करता है। 

नहीं बढ़ेगा शीत गृह भाड़ा।

सेमिनार में मंच से नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्री एंड कामर्स के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राजेश गोयल ने घोषणा की कि विगत वर्ष की भांति ही शीत गृह भाड़ा रहेगा। भाड़ा दर में बढ़ोत्तरी नहीं होगी।

आधुनिक उपकरणों की लगाई गयी प्रदर्शनी।

सेमिनार में करीब 80 स्टाल देशी विदेशी कंपनियों ने लगार्इ। जिसमें सौर उर्जा, उत्पादन छंटनी और गुणवत्ता वर्गीकरण करने की मशीन, चैंबर तापमान आटोमेटिक सिस्टम जैसी मशीनों का प्रदर्शन किया गया। 

आडिट लॉक का प्रयोग करना शुरू करें।

सीए दीपेंद्र मोहन ने सेमिनार के दूसरे सत्र में कंपनी एक्ट के नये प्रावधान पर जानकारी देते हुए कहा कि आडिट लॉक जल्द से जल्द करवा लें। वरना जुर्माना भरना पड़ सकता है। 

सरकार को भेजी जाएंगी ये मांगें।

सौर उर्जा में नेट मीटरिंग एवं ग्रुप नेट मीटिरिंग की अनुमति मिले।शीत गृह अधिनियम 50 वर्ष पूर्व लागू हुआ था, इसका संशोधन हो या समाप्त हो।

ये रहे उपस्थित।

फेडरेशन आफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशी गुरु, सचिव मुकेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष हसमुख गांधी, राष्ट्रीय उद्यान विभाग के पूर्व निदेशक आरके शर्मा, तृप्ति सिहं, रितेश गोयल, माधव गोयल, केशव आदि उपस्थित रहे।