श्री मनःकामेश्वर,रामलीला महोत्सव:2023,तेहि छन मध्य राम धनु तोरा,भरे भुवन धुनि घोर कठोरा..।



− श्रीमनःकामेश्वर बाल विद्यालय,दिगनेर में चल रही है श्रीराम लीला।

− चतुर्थ दिन लीला में हुआ धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर और परशुराम संवाद लीला मंचन।

− गुरुवार को दिगनेर गांव में पहली बार निकाली जाएगी राम बरात

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। जैसे ही भगवान श्रीनारायण के अवतार श्रीराम ने शिव धनुष तोड़ा हर ओर, हर कोई पुलिकित− हर्षित हो उठा। गढ़ी ईश्वरा, ग्राम दिगनेर, शमशाबाद रोड स्थित श्रीमनः कामेश्वर बाल विद्यालय में चल रहे बाबा मनःकामेश्वरनाथ रामलीला महोत्सव के चतुर्थ दिन धनुष यज्ञ, सीता स्वयंवर और परशुराम संवाद प्रसंग का मंचन हुआ। 

प्रसंग में जनकपुर में निवास कर रहे राम, लक्ष्मण व मुनि विश्वामित्र को राजा अपने मंत्री सतानंद को भेज स्वयंवर में आने का निमंत्रण भेजते हैं। मुनि विश्वामित्र के साथ पहुंचे, श्रीराम व लक्ष्मण की शोभा स्वयंवर में उपस्थित समस्त राजा आश्चर्य से देखते हैं। रंग भूमि में उपस्थित राक्षस राज रावण,बांणासुर सहित अनेक राजा धनुष उठाने में असमर्थ होकर चले जाते हैं। वहीं कुछ अपना बल पौरुष दिखाकर लोगों के हंसी का पात्र भी बनते हैं। 

राजा जनक परेशान होकर एक टिप्पणी कर देते हैं , जिसे सुन लक्ष्मण क्रोधित हो जाते हैं। मुनि विश्वामित्र से आज्ञा पाकर श्रीराम धनुष उठाने चलते हैं। सखियां श्रीराम को हाथों धनुष टूटने की भगवान गणेश से प्रार्थना करती हैं।

 महारानी सुनयना एक बालक के हाथों धनुष तोड़े जाने में संदेह जताती हैं। शर्त रखने के लिए राजा जनक को कोसती हैं। सीता मन ही मन स्तुति करती हैं। इस बीच धनुष की प्रत्यंचा खिंचते ही वह तीन खंडों में विभक्त हो जाता है। लेत चढ़ावत खैंचत गाढ़ें, काहुं न लखा देख सबु ठाढें। चौपाई गूंजती है और मंगल गीत के बीच सीता जयमाला लेकर रंगभूमि में आती हैं। 

उधर शिव के धनुष टूटने की सूचना से परशुराम क्रोधित होकर जनकपुर पहुंचते हैं। लक्ष्मण− परशुराम संवाद होता है। विश्वामित्र परशुराम का क्रोध शांत कराते हुए श्री राम जी को नारायण का अवतार कहते हैं। 

यह सुन परशुराम श्रीराम को अपना रमापति धनुष देकर उसकी प्रत्यंचा चढ़ाने को कहते हैं। श्रीराम के प्रत्यंचा चढ़ाते ही परशुराम का संशय दूर हो जाता है वे श्रीराम की स्तुति कर लौट जाते हैं। 

और इसके साथ ही श्रीराम सीता के विवाह की तैयारियां जनकपुर में आरंभ हो जाती हैं। 

इससे पूर्व स्वरूपों की आरती आज श्रीमहंत योगेश पुरी, उत्तम सिंह (ब्लाक प्रमुख, बरौली), जितेंद्र सिंह ( प्रधान ,नगला नाथू) और हरेन्द्र सिंह (प्रधान, दिगनेर)  ने उतारी। 

गुरुवार को निकलेगी राम बरात।

मठ प्रशासन हरिहर पुरी ने बताया कि अब तक गांव से लोग शहर राम बरात देखने जाते थे किंतु ये पहली बार होगा कि श्रीराम की भव्य बरात दिगनेर की सड़कों और गलियों में निकलेगी। गुरुवार को श्रीराम वरयात्रा की तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैं। हर गली, सड़क को दोनों ओर से सजा दिया गया है। पुष्पवर्षा के मध्य द्वार− द्वार आरती की जाएगी। ग्रामीणों में उत्साह अथाह है। भगवान की बरात में जाने के लिए बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं तैयारी की योजना बना रहे हैं तो युवा बरात की अगवानी के लिए रूपरेखा बनाने में जुटे हैं। श्रीराम वरयात्रा में विभिन्न झांकियां भी निकाली जाएंगी। आगरा शहर से बड़ी संख्या में लोग आयोजन में भाग लेने के लिए पहुंचेंगे। आयोजन का लाइव प्रसारण श्रीमनःकामेश्वर मंदिर सहित शहर के विभिन्न चौराहाें और विदेशाें तक में किया जा रहा है।