यूपीसीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को चैम्बर ने भेजा पत्र




1029 एकड़ की थीम पार्क योजना को शीघ्र किया जाये विकसित।

अधूरी वैधानिक औपचारिकताओं को शीघ्र कराएं पूर्ण।

 2020 में डिमांड सर्वे में 241 उद्यमियों ने भूखंड लेने की दिखाई थी तत्परता।

1 अगस्त 2021 को मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर बनाने की थी घोषणा।

भूखंड उपलब्ध न होने से आगरा का औद्योगिक विकास हो रहा है बाधित ।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा: 23 नवम्बर,आगरा के औद्योगिक विकास पर चिंता व्यक्त करते हुए एक पत्र उ0प्र0 राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री मयूर माहेश्वरी  को चैम्बर द्वारा पत्र प्रेषित किया गया। 

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने बताया कि थीम पार्क परियोजना वर्षों पुरानी है। आगरा के उद्यमियों द्वारा इस परियोजना को विकसित किये जाने की मांग वर्षों से की जाती रही है। थीम पार्क परियोजना में 403 हैक्टेयर (1029 एकड़) भूमि है। इसके विकसित होने से आगरा के औद्योगिक विकास को पंख लग सकेंगे। पत्र द्वारा निवेदन किया गया है कि इस परियोजना को शीघ्र विकसित किया जाये। माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा 1 अगस्त 2021 को इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर बनाने की घोषणा की थी।

आगरा स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ चेयरमैन के. सी.जैन द्वारा बताया गया कि 2020 में ऑनलाइन डिमांड सर्वे कराया गया था जिसमें 241 उद्यमियों द्वारा इस परियोजना में भूखंड लेने की तत्परता दिखाई थी। इसे विकसित करने के लिए यूपीसीडा के 580 करोड़ रुपये वर्ष  2014 में व्यय हो चुके हैं। जिसको विकसित न किये जाने के कारण 400-500 करोड़ रुपये का ब्याज भार भी पड़ चुका होगा। इसे विकसित होने में देरी होने से भूमि की आवंटन दर उद्यमियों के लिए महंगी होती जायेगी। सरकार से हमारी मांग है कि इस परियोजना के तहत गारमेंट हव, गैर प्रदूषणकारी उद्योग,आई टी सिटी, फार्मास्यूटिकल उद्योग आदि आदि सभी प्रकार के उद्योगों को स्थान देते हुए सस्ती दर पर व कम ब्याज दर पर 8 साल की आसान किस्तों पर उपलब्ध कराने का आदेश जारी करें। जो औपचारिकताएं अधूरी रह गयी हैं उन्हें विभागों एवं एजेंसियों से शीघ्र पूर्ण कराया जाये। आवंटन प्रक्रिया में नेशनल चैम्बर को भी सहभागी बनाया जाये।