शताब्दी वर्ष स्मरणीय बनाने की तैयारी।
महोत्सव में होगा संतों का समागम, आएंगे गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी भी।
बल्केश्वर स्थित गौशाला प्रांगण में 17 से 28 नवंबर तक होगा भव्य आयोजन।
महोत्सव को हो रहे हैं 100 वर्ष पूर्ण,शताब्दी वर्ष में मिलेगा ब्रज के संतों का सानिध्य।
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा। सौ वर्ष की परंपरा को पूर्ण होने के उपलक्ष्य में श्रीकृष्ण लीला महोत्सव को स्मरणीय बनाने की तैयारी चल रही है। संत− महात्माें के सानिध्य से महोत्सव को सनातन धर्म की धरोहर बनाया जाएगा।
श्रीकृष्ण लीला महोत्सव समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि संतों की चरण रज श्री कृष्ण लीला महोत्सव को पावन करेगी। 17 और 18 नवंबर को महोत्सव का आरंभ विभिन्न शाेभायात्रा और सवारियों से होगा। 19 नवंबर को बल्केश्वर स्थित गौशाला में मंचीय लीला का शुभारंभ राष्ट्रीय संत अरविंद जी महाराज करेंगे। उनके साथ लंगड़े की चौकी के मुख्य महंत गोपी गुरु और 400 वर्ष पुराने सीताराम मंदिर के महंत अनंत उपाध्याय भी रहेंगे। संतों के समागम को आगे ले जाते हुए गीता मनीषी ज्ञानानंद जी महाराज को भी महोत्सव में आने का निमंत्रण पिछले दिनों दिया जा चुका है। बुधवार को दयालबाग स्थित बालाजी आश्रम में अरविंद जी महाराज को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
शताब्दी महोत्सव में होंगे वर्ष भर आयोजन।
श्री कृष्ण लीला महोत्सव समिति के 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरा वर्ष शताब्दी महोत्सव बनाया जाएगा। जिसके अन्तर्गत ब्रज पर सेमिनार,प्रतियोगिताओं सहित सांस्कृतिक आयोजन हाेंगे। इसके अलावा आगरा को ब्रज का द्वार बनाने की मुहिम चलायी जाएगी।
इस तरह होगा लीलाओं का मंचन।
17 नवंबर− श्रीमुकुट पूजन एवं गणेश जी सवारी।
18 नवंबर− कंस की दुहाई
19 नवंबर− देवकी वसुदेव विवाह एवं श्रीकृष्ण जन्मलीला
20 नवंबर− गोपाष्टमी, नंदोत्सव, दीपक नृत्य और पूतना वध
21 नवंबर− डांडिया नृत्य और कालीदह लीला
22 नवंबर− गौमय श्रंगार एवं गोवर्धन पूजा− अन्नकूट प्रसाद
23 नवंबर− शंकरलीला− माखन चोरी, फूलों की होली
24 नवंबर− श्रीकृष्ण लीला− सुदामा मिलन लीला
25 नवंबर− अक्रूर गमन− कंस वध एवं आतिशबाजी।
26 नवंबर−श्रीकृष्ण बलराम की दिव्य शाेभायात्रा।
27 नवंबर− द्वारिकापुरी रुक्मणि मंगल विवाह लीला
28 नवंबर− हवन लीला।
चार दिन निकलेंगी शाेभायात्रा।
− श्रीकृष्ण लीला महोत्सव में 17 नवंबर को सायं 4 बजे से श्री मुकुट पूजन एवं गणेश जी की सवारी नगर भ्रमण करेगी।
− 18 नवंबर को सायं 4 बजे से कंस की दुहाई की सवारी निकलेगी।
− 20 नवंबर को गोपाष्टमी विशेष शाेभायात्रा प्रातः 9:30 बजे
− 26 नवंबर को श्रीकृष्ण बलराम की दिव्य शाेभायात्रा सायं 6:30 बजे से निकाली जाएगी।