नंद के आनंद भयाै जय कन्हैया लाल की, भागवत कथा के चौथे दिन रही,श्रीराम-कृष्ण जन्मोत्सव की धूम



− मुस्कान पार्क,सेक्टर आठ में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन हुए अजामिल प्रसंग, सूर्य और चंद्रवंश का किया गया वर्णन 

− आचार्य श्रीकृष्ण प्रकाश पाठक ने बताये भक्ति और मोक्ष के सूत्र, कहा भगवान जाति या कुल के नहीं बल्कि भाव के होते हैं वशीभूत 

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। भये प्रकट कृपाला, दिन दयाला यशाेदा हितकारी…हाथी घाेड़ा पालकी जै कन्हैया लाल जैसे भजनों की धूम थी और भक्त झूम रहे थे नंद के घर आनंद होने पर। सेक्टर आठ, आवास विकास कॉलोनी स्थित मुस्कान पार्क में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्रीराम और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाये गए। 

चतुर्थ दिवस कथा के जजमान डॉ पार्थ सारथी शर्मा और सुमन शर्मा सहित हरिदत्त मिश्र, श्रीकांत शर्मा, पार्षद डॉ अमित पटेल, पार्षद विक्रांत कुशवाह आदि ने पवित्र ग्रंथ का पूजन अर्चन किया। कथा व्यास श्रीकृष्ण प्रकाश पाठक ने भरत कथा और अजामिल की कथा का श्रवण कराया। कहा कि सूर्य के प्रकाश से जैसे सारा अंधकार मिट जाता है उसी तरह भगवान के नाम जपते ही सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। भगवान के नाम में तारण करने शक्ति है। प्रहलाद महाराज का पावन चरित्र सुनाते हुए आचार्य ने कहा कि प्रहलाद भले ही राक्षस कुल में जन्मे थे किंतु भगवान के भक्त थे। भगवान के लिए भक्त की जाति या कुल नहीं बल्कि उनके प्रति प्रेम महत्व रखता है। गज−ग्राह लीला का वर्णन किया गया। 

इसके बाद सूर्यवंश और चंद्रवंश का वर्णन करते हुए क्रमशः भगवान श्री राम एवं तत्पश्चात श्रीकृष्ण जन्म लीला का बखान किया। कहा कि जब− जब संसार में अधर्म होने लगता है, पापियों का अत्याचार बढ़ने लगता है, तब− तब भगवान हर युग में अवतार लेते हैं। भगवान के अवतार लीला प्रसंग में नंदोत्सव की धूम में उपहार लुटाये गए। डॉ पार्थ सारथी शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को पांचवे दिन बाल लीला, माखन चोरी, गोवर्धन पूजा लीला प्रसंग संग छप्पन भाेग के भव्य दर्शन होंगे। इस अवसर पर भगवान की झांकी की आरती सुनील जैन, डॉ सुनील राजपूत, राजेश चतुर्वेदी महाराज,चेयरमैन खेरागढ़ सुधीर गर्ग, मनोज बघेल,भूरी सिंह,ओमप्रकाश गोला,बबली धाकड़ आदि ने उतारी।