अटल देह तज कर कहां चल दिए,अटल गीत गंगा ये बहती रहेगी..।



अटल उद्यान में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस की पूर्व बेला पर अटल गीत गंगा आयोजन समिति द्वारा 12वें अटल गीत गंगा कार्यक्रम का किया गया।

आयोजन स्व.अटल जी के गीतों को स्वर प्रदान कर व कवि सम्मेलन आयोजित कर दी गई श्रद्धांजलि,अटल गीत के सम्मान से साहित्यकारों को किया सम्मानित।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। व्यथित गीत कविता ये कहती रहेगी, ये शब्दों की लौ संग दहती रहेगी। अटल देह तजकर कहां चल दिए, अटल गीत गंगा ये बहती रहेगी...। कवियत्री रुचि चतुर्वेदी की ये पंक्तियां भावपूर्ण श्रद्धांजलि थी,भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी को। उनके जन्मदिवस की पूर्व बेला पर आज अटल गीत गंगा आयोजन समिति व आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा 12वें अटल गीत गंगा कार्यक्रम का अटल उद्यान में आयोजित किया गया। जहां श्रद्धां के रूप में स्व.अटल जी की रचनाओं को स्वर प्रदान करने के साथ कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि कैबिनेट राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने स्व. अटल जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित व माल्यापर्ण कर किया। अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम के संयोजक अशोक चौबे व नागेन्द्र दुबे ने इलायची की माला पहनाकर किया। इस अवसर अटल गीत सम्मान से सोम ठाकुर व कुसुम चतुर्वेदी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। 

देशभक्ति, कर्तव्यनिष्ठता, ईमनदारी और आशा निराशा के भंवर से युवाओं को उबरने की सीख देती स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की रचनाएं जब प्रख्यात गायक सुधीर नारायण के संगीतमय स्वरों में लिपटकर आयीं तो हर हरफ तालियों की गड़गड़ाहट उनका स्वागत करती नजर आयी। सुधीर नारायण ने स्व. अटल जी की रचनाओं ठन गई मौत से ठन गई..., जीवन की डोर छोड़ छूने तो मचली..., झुकी न अलके, छपी न पलकें..., गूंजी हिन्दी विश्व में, स्वप्न हुआ साकार... की प्रस्तुति ने मानो दर्शकों के समक्ष टल की यादों को फिर से जीवन्त कर किया । 

इस अवसर पर मुख्य रूप से कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य, विधायक विजय शिवहरे, पुरुषोत्तम खंडेलवाल, पूर्व सांसद प्रभुदयाल खंडेलवाल, राज्य महिला आयोजग की सदस्य निर्मला दीक्षित, भाजपा प्रदेश महामंत्री राम प्रताप सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज सिंह कुशवाह, डॉ. रंजना बंसल, बबिता चौहान, एडीए सचिव गरिमा सिंह, अधिशासी अभियन्ता पूरन कुमार, शिव शंकर शर्मा, बबिता चौहान, बीना लवानियां, डॉ. रामबाबू हरित, प्रमोद गुप्ता, मोहित जैन, संजीव चौबे, अनिल चौधरी, कैलाश मंदिर के महन्त निर्मल गिरि आदि उपस्थित थे। 

भारत की माटी है चंदन और अबीर....

कवि सम्मेलन में सोम ठाकुर ने मेरे भारत की माटी है चंदन और अबीर, सौ सौ नमन करूं मैं भैया सौ सौ नमन करूं..., व्यंगकार अनुज त्यागी ने बॉलीवुड के हीरो हैं वो छवि है उनकी आला, फैन को लागे तीर भी उनके हाथ में जैसे भाला..., शिखा सिंह ने मुख देखता ही रहा विश्व और थी उतारी, परमाणु शक्ति माता भारती के तल पर...,पदन गौतम ने नीर से विरल थे वो, सौम्य थे सरल थे वो खिले हुए कमलों का हार थे अटल जी..., रामेन्द्र त्रिपाटी ने शब्द मसीहा चला गया है, भारत के आकाश में, परमपिता को लेने पहुंचा है अपने विश्वास में..., मोहित सक्सेना ने भारत के भाल पर जब कील गाढ़ी जा रही हो, कुरुसभा में रोज पांचाली उघाड़ी जा रही हो...,रचनाएं प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। संचालन रुचि चतुर्वेदी ने किया।  

आज से अटल उद्यान बना सेल्फी प्वाइंट

आगरा।अटल गीत गंगा आयोजन समिति व एडीए के प्रस्ताव सेल्फी प्वाइंट का नाम बदलकर अटल उद्यान रखने के प्रस्ताव पर मोहर लगाते हुए मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री प्रो.एसपी सिंह बघेल ने कहा कि अटल जी नाम पर उद्यान है तो जल्दी ही इसका लोकार्पण जोर शोर से किया जाएगा। इतना ही नहीं अटल उद्यान का लगभग दो करोड़ की धनराशि से सौन्दर्यीकरण भी कराया जाएगा। अटल जी द्वारा देश में सड़कों का विस्तार देने की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा शेरशाह शेरी के बाद टल जी ही थे जिन्होंने हर शहर को गांव से सड़कों द्वारा जोड़ा। एडीए द्वारा आज अटल उद्यान में स्व.अटल जी की स्थायी तस्वीर का भी लोकार्पण किया गया।