नियम,संयम और विवेक बचा सकता है सड़क दुर्घटना की बढ़ती संख्या,एआरटीओ प्रशासन ने दी आटो चालकों को नसीहत



− परिवाह विभाग के सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के अंतर्गत मनोरम बजाज ने किया सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान आयोजित 

− करवाया गया आटो चालकों को निःशुल्क नेत्र परीक्षण,वाहन प्रदूषण जांच और ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। प्रतिबंध के स्थान पर समाधान तलाशने की आवश्यकता है। सार्वजनिक परिवहन के लिए आटो और ईरिक्शा सबसे सहज, सुलभ और सस्ते साधन हैं। इन पर प्रतिबंध के स्थान पर यातायात के नियमों के लिए जागरुक करने की आवश्यकता है। आटो चालकों की ओर से ये बात रखी मनोरम बजाज के एमडी राम मोहन कपूर ने। 

गुरुवार को बाईपास रोड स्थित मनोरम बजाज पर परिवाहन विभाग के सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के अन्तर्गत सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि एआरटीओ (प्रशासन) एनसी शर्मा ने आटो चालकों काे नसीहत देते हुए कहा कि कुछ ही घटनाएं खराब मौसम या सड़क खराब होने के कारण होती हैं। सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा मानवीय भूल या लापरवाही के कारण हर वर्ष बढ़ता है। उन्होंने कोहरे में वाहन पर रिफ्लेक्टिव टेप अवश्य लगाने की सलाह कर वाहन चालक को दी। कहा कि कोहरे में फाग लाइट का प्रयोग करें, सफेद पट्टी पर ही निर्घारित लेन में ही वाहन चलाएं,हैडलाइट को लो बीम पर रखें और समय−समय पर नेत्र परीक्षण अवश्य कराते रहें। जितना संभल कर चलेंगे उतना ही अपने और दूसरों के जीवन की रक्षा कर सकेंगे। उन्होंने दुर्घटना के आंकड़ों के बारे में बताया कि हर वर्ष करीब पांच लाख लोग वाहन दुर्घटना में गंभीर घायल होते हैं वहीं चार मिनट के अन्तराल पर एक मृत्यु हो जाती है। ये आंकड़ा डराता भी है और सतर्क भी करता है। वीडियो के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं के कारण के बारे बताया गया। 

इस अवसर पर एआरटीओ आलोक कुमार,पीटीओ शिवकुमार मिश्रा और अमित वर्मा, मनोरम बजाज के एमडी राम मोहन कपूर, सीईओ गौरव कपूर, मनोज, आटो यूनियन के अध्यक्ष अशफाक आदि उपस्थित रहे। 

दुर्घटना की जानकारी दें और इनाम पाएं:

एआटीओ एनसी शर्मा ने संशाेधित अधिनियम मोटर वाहन एक्ट 2019 की जानकारी देते हुए बताया कि सड़क दुर्घटना होने पर वीडियो बनाने के स्थान पर या चुपचाप वहां से निकल जाने के स्थान पर प्रशासन या आरटीओ को सूचित करें। घायल की मदद करें। जिलाधिकारी द्वारा पांच हजार और मुख्यमंत्री द्वारा एक लाख रुपये तक की पुरस्कार राशि प्राप्त कर सकते हैं।