जल संचय आगरा की सामायिक जरूरत,करेंगे मुख्यमंत्री से बात: विधायक फतेहाबाद छोटे लाल वर्मा

                                                                                           

                                                                                    

रेहावली में उटंगन नदी पर बांध बनाया जाना उपयोगी विधायक फतेहाबाद मुख्यमंत्री से करेंगे बात

कई करोड़ घन मीटर पानी जरूरत के अनुसार संचय को होता है उपलब्ध

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूर

आगरा: उटंगन नदी में जहां भी संभव हो पानी को संचित किया जाये।चूंकि राजस्थान से नदी में पानी आना बंद हो चुका है, इस लिये लोकल कैचमेंट एरिया के पानी का ही व्यवस्थित संचय को अब उपलब्ध है, यह कहना है फतेहाबाद क्षेत्र के विधायक श्री छोटे लाल वर्मा का । उन्होंने कहा कि उटंगन नदी की मौजूदा स्थिति में फतेहाबाद विकासखंड के रेहावली गांव में बांध बनाकर जलाशय के रूप में नदी के करोडों घन मीटर पानी को संग्रहित रखा जा सकता है।श्री वर्मा ने कहा कि रेहावली  से उटंगन नदी पर एक पुल उन्होंने स्वीकृत करवाया हे, अब जबकि जलाशय बनाये जाने की संभावना भी उनके संज्ञान में आयी है तो पुल योजना के साथ ही बांध बनाये जाने के काम को भी करवाने के प्रयास को भी सक्रिय होंगे।उन्होंने कहा कि बांध के ऊपर होकर भी पुल बनाया जा सकता है।

श्री वर्मा ने कहा यमुना नदी का ऊान तो उटंगन के कई कि मी बैक मारने का सबल कारण तो है ही किन्तु उपस्ट्रीम से भी बड़ी मात्रा में पानी संचय को उपलब्ध होता है।जिसे कि रपटा या चैकडैम बनाने के स्थान पर रेग्युलेटर और सैल्यूस गेट युक्त स्ट्रक्चर बनाकर अधिक समय तक किसानों की जरूरत के अनुसार संरक्षित किया जा सकता है।वह सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के प्रतिनिधिमंडल के साथ अपने निवास पर हुई मुलाकात के अवसर पर बोल रहे थे। उन्हों ने कहा कि इस सबध में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी और सिंचाई मंत्री श्री स्वतंत्रदेव सिंह से भी बात करेंगे और योजना की उपयोगिता उनके संज्ञान में लाये जाने का हर भरसक प्रयास करेंगे।

तथ्य पत्र दिया :

विधायक वर्मा के साथ  हुई इस मुलाकात में सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के जनरल सैकेट्री अनिल शर्मा के द्वारा रेहावली बांध संबधी तथ्य पत्र भी भेंट किया गया।उन्होंने कहा कि अगर उटंगन में बांध  बन सका तो टूरिस्ट आकर्षण का केन्द्र होगा।फतेहाबाद रोड टूरिस्ट कांप्लैक्स लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे से यहां तक पहुंच सहज होगी। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पं.श्याम सुंदर शर्मा भी इस अवसर पर  मौजूद थे। उन्होंने कहा कि उटंगन सौ कि मी के लगभग आगरा जनपद में बहती हुई यमुना नदी में समाती है,अगर यहां बांध  बन सका तो पिनहाट,बाह,फतेहाबाद विकास खंडों के अनेक गांवों का भूगर्भ जलस्तर स्वत: सुधर जायेगा साथ ही फतेहाबाद नगर को पाइप वाटर सप्लाई भी संभव हाोगा।

जल संचय आगरा की सामायिक जरूरत:  

भाजपा के वरिष्ठ नेता पं.श्याम सुंदर शर्मा ने कहा कि जनपद के अधिकांश विकास खंड तेजी के साथ डार्क जोने में तब्दील हो रहे हैं,भारत सरकार से अब और अधक गंगाजल आगरा को आवंटित किये जाने की उममीद नहीं है।गांवों में हैंडपंप फिर से सुचारू हो सकें, जेट पंप और सबमरर्सेविल पंप जयरत का पानी उपलब्ध करवाते रहें ,इसके लिये जलसंरक्षण कार्यक्रम का योजनाबद्ध तरीके से जनपद में क्रियान्वित करवाना सामायिक जरूरत और भारत सरकार के जलशक्ति मंत्रालय की नीति के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि रेहावली बांध योजना अत्यंत उपयोगी है,विधायक से अपेक्षा है कि वह इसे प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करवायेंगे।

उटंगन में सात कि मी तक बैक मारती है यमुना:

उल्लेखनीय है कि उटंगन नदी में जलसंचय के लिये अपस्ट्रीम से आने वाले पानी से कहीं बड़ी जलराशि यमुना नदी के बैक मारेने के कारण उपलब्ध होती है। जिसे कि केवल गेटिड स्ट्रैक्चर वाले डैम बनकर ही संचित किया जा सकता है।वहीं अपस्ट्रीम के खेरागढ की बंदियों और किरावली की खारी नदी और बरसाती नालों के नदी में पहुंचने वाले पानी की बडी मात्रा को जरूरत के मुताबिक थामे रखा जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि उटंगन नदी रेहावली (फतेहाबाद तहसील ) और रीठे गांव(बाह तहसील ) के बीच यमुना नदी में समाती है। जब भी आगरा में यमुना नदी लो फ्लड लेवल पार करती है उटंगन नदी में यमुना का पानी 6-7 कि मी तक बैक मारता है।यह विपुल जलराशि (लगभग दो अरब घन मीटर) होती है,जिसे कि गेटिड स्ट्रक्चर बनाकर पूरे साल रोका जा सकता है। रोका गया यह पानी जहां बाह तहसील गांवों के एक्यूफर रिचार्ज के लिये उपयोगी है,जरूरत पड़ने पर डिस्चार्ज कर बटेश्वर के घाटों तक ताजा पानी उपलब्ध करना संभव होगा। रेहावली  से उटंगन नदी के नगला बिहारी तक पहुंचने वाली विपुल  जलराशि का संचय पानी की किल्लत से जूझते आगरा जनपद के बाह और फतेहाबाद तहसील के गांवों के लिए अत्यंत उपयोगी है।

विधायक के साथ बैठक में वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना,वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी आदि प्रमुख थे।

रिपोर्ट- असलम सलीमी।