हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा : डा.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति डा.आशु रानी ने कहा है कि स्वाधीनता सेनानी स्व.रोशनलाल गुप्त करुणेश ने बम के धमाके के साथ लेखनी की धार से भी स्वाधीनता आंदोलन में योगदान किया, जो हमेशा याद रखा जाएगा।
इतिहासकार प्रो.सुगम आनंद द्वारा क्रांतिकारी पत्रकार स्व.रोशनलाल गुप्त करुणेश के जीवन पर पुस्तक "क्रांतिवीर करुणेश"का विमोचन समारोह "भारतीय इतिहास संकलन समिति" (ब्रज प्रांत) द्वारा सेठ पदमचंद जैन संस्थान सभागार, वि.वि.परिसर में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि कुलपति ने कहा कि युवा पीढ़ी को क्रांतिकारियों से देशभक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए,तभी हमारे हृदय में देश प्रेम की भावना प्रवाहित होती रहेगी और राष्ट्र सुरक्षित व मजबूत रहेगा।
अध्यक्षता करते हुए विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने कहा कि हमारा बचपन करुणेश जी की देश व समाजसेवा को देखते हुई बीता है। दृष्टिक्षीणता के बावजूद स्वाधीनता सेनानियों के बारे में देशभर की पत्र-पत्रिकाओं में उनके लेख प्रकाशित होते रहे थे।
विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कवि सोम ठाकुर ने कहा कि करुणेश जी बहुत अच्छे कवि भी थे और साहित्यकार भी। उन्होंने सन् 1950 में ‘उर्मिला के 14 वर्ष पुस्तक’ लिखी,वह आज भी अन्यतम स्थान रखती है।
पुस्तक लेखक,इतिहासकार प्रो.सुगम आनंद ने कहा कि करुणेश जी ऐसे स्वतंत्रता के वीर थे,जिन्होंने समाज को सर्वस्व समर्पित कर दिया। कभी सरकारी सुविधाओं का लाभ तक नहीं उठाया। समाज में देशभक्ति के साथ-साथ ईमानदारी का एक विशेष उदाहरण पेश किया है।
संचालन करते हुए डा.तरुण शर्मा ने बताया कि "क्रांतिवीर करुणेश" पुस्तक 100 पृष्ठ की है,उसके प्रारंभ में स्वतंत्रता संग्राम में करुणेश युगीन आगरा विषयक आलेख है,जिसमें आगरा के स्वाधीनता संग्राम पर लिखा गया है। उसके बाद करुणेश जी के विभिन्न पक्षों को रेखांकित किया गया है। इसका प्रकाशन सीवेव बुक वर्ल्ड ने किया है। प्रांरभ में सरस्वती वंदना सुशील सरित ने की। वरिष्ठ कवि डा.राजेंद्र मिलन एवं कवयित्री एवं गीतकार निशीराज ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए।
अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ पत्रकार आदर्श नंदन गुप्ता ने एवं इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो.ब्रजेश रावत ने आभार व्यक्त किया। संस्थान और करुणेश परिवार की ओर से संजय गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर रामलीला कमेटी के महामंत्री राजीव अग्रवाल,श्रीकृष्ण लीला कमेटी के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल,केंद्रीय हिंदी संस्थान के प्रो.उमापति दीक्षित, अशोक अश्रु,डा.विनोद माहेश्वरी,सचिन सारस्वत, सुमन सुराना, विनीत बवानिया, डा.वत्सला प्रभाकर, श्रुति सिन्हा, रमेश पंडित, पूर्व पार्षद दीपक खरे, डा.मुनीश्वर गुप्ता, डा.कुसुम चतुर्वेदी, डा.सुषमा सिंह, ताज प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुनयन शर्मा, डा.गिरिजाशंकर शर्मा,डा.आभा चतुर्वेदी, वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सैना,वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी, नरेंद्र तनेजा, सुरेश बरेजा, अनिल जैन आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट - असलम सलीमी।