होली मिलन के साथ ग्लैमर लाइव फिल्म्स ने कराया राष्ट्रीय हास्य कवि सम्मेलन
साहित्य,संस्कृति,विरासत और चिंतन की काव्यधारा बही
एक पहल पाठशाला में कवियों ने लगाई साहित्य और कविताओं की क्लास
हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो
आगरा १० मार्च,होली के अवसर पर हास्य पर आधारित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन की श्रृंखला में नोवी "काव्यधारा" कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की पृष्ठभूमि :
फ़िल्म लेख़क निर्देशक सूरज तिवारी ने बताया कि कवि सम्मेलन ग्लैमर लाइव फिल्म्स के बैनर तले हो रहा है और ये संस्था का करीब नौ वाँ कवि सम्मेलन है,इस तरह के कार्यक्रम शहर में साहित्यिक गतिविधियों को सुचारू रखने और युवापीढ़ी में साहित्य, संस्कृति,विरासत और दर्शन को ज़िंदा रखने का ज़रिया भी है।
कार्यक्रम सोमवार १० मार्च को “ एक पहल पाठशाला “ दयाल बाग में किया गया, जो पूरी तरह से निःशुल्क था, साहित्यप्रेमी एवं कलाप्रेमियों ने इसका रसपान किया।
निमंत्रित कविगण :
देश के नामचीन कवियों को बुलाया गया , जो राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में अपने कवितापाठ से देश के हृदय में वास करते हैं। कवियों में फरीदाबाद से वरिष्ठ गीतकार डॉ दिनेश रघुवंशी, लखनऊ से लाफ्टर हास्य किंग कहे जाने वाले डॉ सर्वेश अस्थाना , भोपाल से देश की सुप्रसिद्ध कवयित्री शिवांगी प्रेरणा, इटावा से हास्य का जोश अविनीश त्रिपाठी ने भरा एवं आगरा शहर के वीर रस के तेज़ी से उभरते युवा कवि ईशान देव शामिल थे।
मुख्य उपस्थित जनों में :
आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से मुख्य अतिथि डॉ डी वी शर्मा, अध्यक्षता श्री तुलसीराम यादव जी, श्री जितेन्द्र फ़ौजदार पूर्व अध्यक्ष भाजपा, श्री कीर्ति जी आर एस एस, श्री विमल गोयल संपादक, श्री बनवारी लाल यादव, श्री मनीष राय सचिव एक पहल, श्री मुकेश यादव वरिष्ठ समाजसेवी, श्री जी डी शर्मा समाजसेवी, डॉ रिंकी, श्री एच के शर्मा , गौरव बंसल, डॉ विनोद यादव, संजय गुप्त, शरद गुप्त, डॉ.दीपक अग्रवाल गोविंद पंसारी,सूरज तिवारी आदि शामिल थे।
कवियों के कवितापाठ के अंश :
डॉ दिनेश रघुवंशी ने कहा कि अमर बलिदानियों के हर किसी संघर्ष की जय हो अंधेरों से उजालों तक चले उत्कर्ष की जय हो ज़मीं से आसमाँ तक सौंदर्य का प्रतीक ये प्यारा तिरंगा हर जगह फहरे यूँ भारतवर्ष की जय हो।
सर्वेश अस्थाना :
रिश्तों में तकरार बहुत है लेकिन इनमें प्यार बहुत है सारी दुनिया खुश रखने को बस अपना परिवार बहुत है।
अवनीश त्रिपाठी :
कोई भी फार्मूला या कि इक्वेशन नहीं होती , न होती कोई क्लासेस फिर भी वैकेशन नहीं होती,ये लाइफ है यहाँ हर मोड़ पर एग्जाम होते हैं कोई सिलेबस नहीं मिलता सो प्रिपरेशन नहीं होती। अवनीश त्रिपाठी, दीपक जैन ने कार्यक्रम का बेहतरीन संचालन किया।
कार्यक्रम का प्रसारण विषवान कवि सम्मेलन पर किया जाएगा।
मुख्यत ब्रज के कलाकारों को सम्मानित किया गया।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन देते हुए सूरज तिवारी एवं मनीष राय ने कवियों एवं विशिष्ठ अतिथियों को स्कूल में बने गिफ्ट्स आदि प्रदान किए। ठंडाई,गुझिया आदि का अतिथियों ने आनंद लिया।