फूलों की होली से महका श्री जगन्नाथ जी मंदिर,गुंजिया और ठंडाई का लगा भोग

 श्रीजगन्नाथ मंदिर में पांच कुंतल फूलों से श्रीराधा-कृष्ण जी  का हुआ अभिषेक,श्रद्धालुओं द्वारा तैयार किए 25 किलो हर्बल रंगों से आज श्रीहरि राधा संग खेलेंगे होली।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। श्रद्धा के सुरों से गुंजायमान श्रीजगन्नाथ मंदिर में आज होली के भक्तिमय रंग भी बिखरे थे। गुलाब,गेंदा,जाफरी और चमेली जैसे पांच कुंतल फूलों से जब राधा-कृष्ण का अभिषेक हुआ तो हर तरफ शंखनाद के साथ जयकारे गूंजने लगे। गोपी ड्रेस और धोती कुर्ता जैसे पारम्परिक परिधानों में सजकर आए श्रद्धालुओं ने राधा-कृष्ण संग फूलों की होली का आनन्द लिया। कीर्तन पर श्रहरि की भक्ति में झूमते गाते श्रद्धालु भक्ति के अलौकिक रंग में रंगे नजर आए। 

इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष अरविन्द प्रभु द्वारा संध्या आरती के उपरान्त पांच कुंतल फूलों से राधा-कृष्ण के अभिषेक के साक्षी आज भगवान जगन्नाथ,बहन सुभद्रा और भाई बलराम भी बने। फाग उत्सव के मौके पर मंदिर परिसर में हर तरफ भक्ति के रंग बिखरी थी। 

इससे पूर्व दिल्ली से आए भजन गायक हरिनाम प्रभु ने ऐ री सखी मंगल गाओ री..., छीन लियो मेरा भोला सा मन, सखी री मेरो राधा रमण...,जैसे भजनों के राग छेड़े तो हर श्रद्धालु भगवान की भक्ति में झूमने नाचने लगा।होली के पावन पर्व के मौके पर आज भगवान को ठंडाई,मठरी,गुंजिया जैसे व्यंजनों का भोग लगाया गया। 

पीआरओ अखिलेन्द्र योगी जी ने भगवान श्री जगन्नाथ जी,बहन सुभद्रा जी,श्री बलभद्र जी एवं प्रभु श्री कृष्ण-श्री राधे जी को कोटि कोटि नमन का संदेश प्रेषित किया। उन्होंने भव्य पवित्र होली के आयोजन में  भक्तों,श्रद्धालुओं,अथितियों,इस्कॉन के पदाधिकारियों,सेवकों आदि का आभार व्यक्त करते हुए,सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित कीं।

इस अवसर पर मुख्य रूप से शैलेन्द्र अग्रवाल,कामता प्रसाद अग्रवाल,अदिति गौरंगी, शैलेश बंसल,सुनील मनचंदा, संजीव मित्तल, सुशील अग्रवाल,विकास बंसल, राहुल बंसल,ओमप्रकाश अग्रवाल, राजेश उपाध्यक्ष,संजय कुकरेजा, विपिन अग्रवाल,शाश्वत नंदलाल आदि उपस्थित थे।

हल्दी,पाकल,चुकन्दर से हर्बल रंगों से आज होगी होली :

इस्कॉन आगरा के अध्यक्ष अरविन्द प्रभु ने बताया कि 13 मार्च को सुबह 10 बजे कमला नगर स्थित श्रीजगन्नाथ मंदिर में रंगों की होली होगी। जिसमें भक्तों द्वारा हल्दी, पालक,चुकन्दर,पलाश के पुष्पों आदि से तैयार किए हर्बल रंगों से श्रद्धालु भगवान के साथ होली खेलेंगे। भक्तों द्वारा तैयार व्यजंनों से भोग लगाया जाएगा।