डिप्टी सी0 एम0 ब्रजेश पाठक ने दिया कार्यवाही का भरोसा
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा : आगरा प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पेरेंट्स,टीम पापा के संस्थापक एवं संरक्षक मनोज शर्मा ने शिक्षा विभाग व निजी विद्यालयों के षड्यंत्र की शिकायत मुख्यमंत्री के नाम से उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात कर लिखित 2 शिकायतें सौपीं।
शिकायत में बताया गया कि संस्था ने चार महीने तीन ज्ञापन आगरा जिलाधकारी को सौपें हैं, लेकिन निजी विद्यालयों की मनमानियों ने शिक्षा अधिनियम 2018 की धज्जियां उड़ा रखी हैं।
विभाग किसी भी विद्यालय पर कार्यवाही नही करता :
16 जनवरी 2025 को जिलाधकारी आगरा को अवगत करवाया गया था कि निजी विद्यालयों में किताबें,कॉपियाँ, जूते मोजे,परिधान आदि की कमीशन खोरी की निश्चित दुकानों पर रोक लगाकर, विद्यालयों में नियमानुसार पाठ्यक्रम लगाकर,जो खुले बाजार में मिल सके।
नियम पालन करवा कर अभिभावको को आर्थिक शोषण से राहत दिलवाई जाये,किन्तु निजी विद्यालयों व विभाग की मिलीभगत से यह लूट इस सत्र में भी जारी रही। जिलाधकारी को बार बार संज्ञान देने पर भी राहत नही हुई।
दूसरी शिकायत में कहा गया कि जनपद में तमाम निजी विद्यालयों की तानाशाही से आ0टी0ई0 के दाखिले नही हो रहे। ऐसे विद्यालयों में कठोर कार्यवाही की जाये, व बच्चों के शिक्षा के भविष्य को देखते हुए, बच्चों के आवंटित विद्यालय में तत्काल दाखिले हों।
टीम पापा के संस्थापक मनोज शर्मा ने एक ज्ञापन मा0 मुख्यमंत्री के नाम सौपते हुये माँग की है कि,उत्तरप्रदेश में निःशुल्क दुर्बल आय वर्ग के दाखिले के लिये,लाभार्थियों की आय सीमा काफी कम है।
गुजरात जैसे सम्भ्रान्त राज्य में यही सीमा 6 लाख रुपये वर्षिक आय वालों के लिये है। वहीं पड़ोसी राज्य राजस्थान में यही सीमा ढाई लाख रुपये है।
इसलिये उत्तर प्रदेश में भी इस आय सीमा को एक लाख से बड़ा कर कम से कम तीन लाख रुपये किया जाये,ताकि सरकार का लाभ दुर्बल आय वर्ग के अधिक से अधिक लोगो की मिल सके।