एमिटी विश्वविद्यालय ने मनाया अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस।





हिन्दुस्तान वार्ता। नोयडा

अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस पर एमिटी विश्वविद्यालय के आई टू ब्लाक सभागार में योग कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए विशेष योग सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने सभी से स्वस्थ जीवनशैली और निरोग रहने के लिए योग को अपनाने की अपील भी की। विदित हो कि इस वर्ष राष्ट्र ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव ’’ के अंर्तगत स्वंतत्रता के 75 वर्ष मना रहा है जिससे इस अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का विशेष महत्व है।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि योग के महत्व को नजरअंदाज नही किया जा सकता और पिछले कुछ वर्षो में योग ने ना केवल भारत बल्कि पूरे विश्व में अपार लोकप्रियता हासिल की है। विश्व भर में लोगों ने स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क के लिए योग के महत्व को अपनाना प्रारंभ कर दिया है। योग व्यक्ति के मन, मस्तिष्क और आत्मा को स्वस्थ रखकर सम्रग कल्याण करता है। योग केवल स्वस्थ रहने की विधा ही नही बल्कि भारतीय संस्कृती का अटूट हिस्सा है। एमिटी द्वारा सदैव छात्रों सहित सभी को योग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आयुर्वेदिक विज्ञान में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए एमिटी, आयुष मंत्रालय के साथ सहयोग कर रहा है क्योकि लोग अब पांरपरिक चिकित्सा पद्धतियों को अपनाने के अधिक इच्छुक है।

एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन के योग प्रशिक्षक, श्री संदीप कुमार ने कहा कि योग एक शारीरिक गतिविधि है जिसमें आसन होते है, अक्सर सांस लेने के व्यायाम के साथ प्रारंभ और विश्राम या ध्यान की अवधि के साथ समाप्त होता है। एक व्यक्ति को शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने के अलावा, योग पूर्ण संतुलन और सामंजस्य प्राप्त करने में सहायता करता है, शरीर और मन से नकरात्मकता और विषाक्त पदार्थो को निकालता है, आत्म जागरूकता, एकाग्रता और ध्यान बढ़ाकर तनाव को कम करता है। श्री कुमार ने सभी को योग सत्र में भुजंगासन, व्रकासन, कपाल भांति और प्रणायाम सहित विभिन्न आसन सीखाए।

इस कार्यक्रम के अंत में एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन के सहायक प्रोफेसर डॉ विन्रम शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। योग सत्र समारोह में बड़ी संख्या में छात्रों, कर्मचारियों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया।