- सामाजिक संस्था"सेवा आगरा"ने किया सम्मानित।
- द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर जताया गया हर्ष।
हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा: ओडिशा की द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर जहां देश भर की महिलाओं में खुशी की लहर दौड़ रही है, तो वहीं दलित महिलाओं के चेहरे, उस वक्त खिल उठे जब सेवा आगरा ने उनका स्वागत करते हुए सम्मानित किया।
सामाजिक संस्था सेवा आगरा ने सुल्तानगंज की पुलिया चौराहे पर शुक्रवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया। यहां दलित समाज की महिलाओं का सम्मान किया गया। उन्हें मिठाई खिलाकर जीत की खुशियां मनाई गईं।
संस्थापिका अध्यक्ष सुमन गोयल ने सड़क किनारे लोहे के औजार बनाकर अपना जीवन यापन करने वाली उन महिलाओं को पट्टिका और फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को बराबरी का सम्मान मिलना चाहिए। आज आदिवासी समाज की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू हमें मिली हैं। यह हमारे और देश के लिए बहुत गौरव और सम्मान की बात है।
सेवा आगरा के संस्थापक अध्यक्ष व प्रमुख समाजसेवी मुरारी लाल गोयल 'पेन्ट' ने कहा कि आज दलित और आदिवासी समाज के साथ ही पूरा देश जश्न मना रहा है। यह भारतीय लोकतंत्र में ही संभव है कि एक कार्यकर्ता को सर्वोच्च पद तक सम्मान मिल सकता है। हमें उम्मीद है कि अब समाज में अंतिम पायदान पर बैठे लोगों की परेशानी जरूर खत्म हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए देश के अंतिम पायदान पर बैठी एक आदिवासी समाज की शिक्षित महिला को देश के सर्वोच्च पद पर बैठाने का काम किया है। साथ ही उन्होंने आदिवासी समुदाय से एक महिला को राष्ट्रपति बनाने के लिए पीएम मोदी का आभार भी जताया।
समारोह में तीरथ कुशवाहा, डॉ. एसपी सिंह, हरिओम गोयल, विजय वर्मा, अनुराग, मीरा कुशवाहा, दीपू शर्मा आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।