पवन बंसल "अध्यक्ष"
राजेश गोयल "कोषाध्यक्ष"- आगरा मंडल व्यापार संगठन ने जताया विरोध।
हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा:आगरा मंडल व्यापार संगठन के अध्यक्ष पवन बंसल, महामंत्री- त्रिलोक चन्द शर्मा, कोषाध्यक्ष-राजेश गोयल ने जीएसटी का विरोध व्यक्त करते हुए कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार अनाज, आटा, चावल, दैनिक आवश्यक अनब्रांडेड वस्तुओं जिसमें प्रमुख खाद्यान्न वस्तुएं शामिल है,पर टेक्स लगाया है।जिससे दाल, चना, गेहूं व अन्य आवश्यक वस्तुऐं महंगी हो जाएंगी। जीएसटी मल्टीपाइंट टैक्स होने के कारण प्रत्येक बिक्री पर जीएसटी जुडता चला जाएगा ,जिससे देश की 130 करोड़ जनता को भारी महंगाई का सामना करना पड़ेगा,जो निंदनीय है।
व्यापारी नेताओं ने कहा है कि हम ! सरकार द्वारा जरूरी खाद्दान्न जैसे- आटा, मैदा, सूजी, दूध, चावल, दाल जैसे नान ब्रांडेड खाद्दनो पर जीएसटी की 5% दर बढ़ाए जाने का विरोध करते हैं।
उन्होंने कहा कि कुटीर, घरेलू व लघु उद्योग पर जो टेक्स लगाया गया है। इस टैक्स का भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। जिससे हमारे घरेलू उद्योग धंधे प्रभावित होंगे। खेती में काम आने वाली मशीन, सब्जियों के लिए काम आने वाली मशीनरी व खेती में अन्य इस्तेमाल होने वाली प्रमुख वस्तु पर कर लगाये जाने से खेती का सामान महंगा हो जाएगा। सोलर सिस्टम पर कर बढ़ाए जाने से वैकल्पिक ऊर्जा व्यवस्था प्रभावित होगी।
सरकार को पर्याप्त मात्रा में जीएसटी के रूप में कर प्राप्त हो रहा है, जिस कारण जीएसटी लागू किए जाते समय किए गए वादे को पूरा करने के लिए जीएसटी की दरें घटाने का समय है, ना कि जीएसटी की दरें बढ़ाने का। शराब व पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी में शामिल करे।
व्यापार मंडल ने मॉग करते हुये कहा कि बढ़ती हुई महंगाई को रोकने के लिए जीएसटी की बढ़ी हुई दरें तत्काल वापस ली जाए। सरकार की यह दबंगई है जिसका सीधा-सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा, क्योंकि रोजमर्रा में खाने की चीजों पर जीएसटी लगाये जाने से मध्यम वर्गीय एवं गरीब परिवारों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा,अर्थात रसोई पर महंगाई की मार पड़ना निश्चित है।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि जब पिछले 3 साल से GST का कलेक्शन बढ़ा है तो केंद्र सरकार बड़े कारपोरेट घरानों के दबाव में जीएसटी ना लगाएं, इसे तुरंत वापस ले जिससे कि छोटे-छोटे उद्योग बंद होने बचे रहें, नहीं तो इनका अस्तित्व खतरे में है।
विरोध जताने वालों में राजकुमार अग्रवाल, प्रभारी रिंकू अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, प्रकाश अग्रवाल, माधव अग्रवाल, किशन कु.गोयल, संजय गोयल, नीतू अग्रवाल आदि प्रमुख थे।