देश में बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी,भुखमरी तथा धार्मिक कट्टरता के खतरों से,जनता का एक जुट संघर्ष ही रोक सकता है:सुभाषिनी अली।

         





हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा, 22 अगस्त 2022 . नागरी प्रचारिणी सभा, सभागार में आयोजित भाई चारा मंच के बैनर तले आयोजित भाई चारा सम्मेलन को संबोधित करते हुए  भूत पूर्व सांसद सुभषिनी अली ने कहा कि आज देश, प्रदेश की केंद्रीय व राज्य सरकार, जिन निजीकरण, उदारीकरण की नीतियों पर चल रही है उससे देश में मंहगाई, बेरोजगारी व भुखमरी तेजी से बढ़ रही है।

 उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा रेलवे में अभी-अभी फैसला लिया कि अब धीरे धीरे रेलवे में अब खिड़कियों से टिकिट बटना बंद होगा।

एक खिड़की पर 24 घंटे में तीन आदमी काम करते हैं.इस तरह पूरे देश में लाखों पढ़े लिखे लोगों की रोटी छिन जायेगी.ठेके पर यह कार्य होगा।

अब पढ़े लिखे नौजवानों को कम पैसों में ज्यादा घंटे काम करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. केंद्र सरकार ने आटा, दाल, चावल, दूध व उससे बनने बाले उत्पादों पर जी एस टी लगा कर इनकी कीमतों में ब्रद्धि करदी है. दूसरी तरफ पूरे देश में धार्मिक व जातीय कट्टर वादिता का वाता वरण योजना बद्ध तरीके से पैदा किया जा रहा है. जिससे जनता का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी व भुखमरी से दूर हटाया जा सके। उन्होंने अपने संबोधन में कहा है कि इस जुड़वा खतरे से लड़ने के लिए जनता को एक जुट होकर संघर्ष के मैदान में आना पड़ेगा।

  सम्मेलन के आरंभ में भाई चारे को मजबूत करने हेतु एक प्रस्ताव भाई चारा मंच के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संयोजक काम.धर्मपाल सिंह ने रखा।

 इस प्रस्ताव पर बहस में चंद्र पाल सिंह बुलंदशहर, रमेश पंडित, प्रमुख रंग कर्मी अनिल शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना, डॉ अरसाअरसद, डॉ राजाराम, ज्योस्तना रघुबंशी, नसरीन बेगम आदि ने भाग लिया।सम्मेलन की अध्यक्षता राजवीर सिंह राठौर ने की. सम्मेलन में उपस्थित अन्य लोगों में किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष भारत सिंह, प्रो.आरसी शर्मा, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्स वादी) आगरा के जिला मंत्री श्री लाल तोमर जनवादी महिला समिति की अध्यक्ष राजेंद्री, जिला मंत्री किरण सिंह तथा श हर के अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।

सभागार महिला पुरुषों से खचा खच भरा था.सम्मेलन का संचालन रामनाथ शर्मा ने किया।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।