हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा
यूपी एजुकेशनल मिनिस्टियल एसोसिएशन द्वारा पूर्व में कमिश्नरी पर धरना दिया गया था, तब मंडलायुक्त व जेडी आगरा के आश्वासन पर पीड़ित कर्मचारियों की समस्याओ का समाधान के लिए कहा गया था।
इस बीच जेडी डॉ मुकेश अग्रवाल ने आगरा व मथुरा के डीआईओएस को अपने कार्यालय बुलाकर, एक सप्ताह के भीतर पीड़ित कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान करने के आदेश दिए। लेकिन आज तक एक भी पीड़ित कर्मचारियों की समस्या का समाधान नहीं होने पर धरना प्रदर्शन का नोटिस अधिकारियों को 15 अगस्त तक का दिया है। यदि पीड़ित कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो अबकी बार आन्दोलन लम्बा व आर पार का होगा।
किसी भी पीड़ित कर्मचारियों के साथ कोई अनहोनी होगी तो मथुरा व आगरा डीआईओएस जिम्मेदार होगे।
कारण यह है कि इनके द्वारा पीड़ितो की समस्याओं को हल करने में कोई रुचि नहीं दिखाई है।
प्रदेश मंत्री मुकेश सिकरवार ने बताया कि संगतन के पदाधिकारी लगातार अधिकारियों से संपर्क कर समाधान करने के लिए जाते हैं ,लेकिन विभागीय अधिकारी अपने कार्यालय में मिलते नहीं है। जो मिलते हैं उनका कहना है कि विद्यालय वाले रुचि नहीं ले रहे है। जिसके कारण समाधान नहीं हो पा रहा है।
मंडल महामंत्री अक्षय भारद्वाज ने पीड़ित कर्मचारियों की समस्याओं को अधिकारी हल न करके, सरकार को बदनाम करने में जुटे हैं।
विपक्षी दलों को सरकार को घेरने में सहयोग कर रहे हैं।
मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बीजेपी की प्रदेश सरकार अपने अधिकारियों पर अंकुश लगाने नकाम हो रही है। पीड़ित कर्मचारियों की समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है। इसका ज़बाब पीड़ित कर्मचारियों व उनके परिजनों द्वारा आगामी लोकसभा चुनावों में दिया जाएगा।
सभी योगी जी सरकार की छवि सुधारने में लगे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के विभागीय अधिकारी धन कमाने में लगे हैं।
जल्द धरने को सफल बनाने के लिए जनसंपर्क अभियान आगरा मंडल के जिलों के विद्यालयों में चलाया जाएगा।