हिन्दुस्तान वार्ता।
विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में सुधार के साथ भारत की स्थायी सीट की मांग की ओर ध्यांन खींचा। विदेश मंत्री ने कहा कि दुनिया पहले से ही कोरोना जैसी महामारी के चलते आर्थिक सुधार की चुनौतियों से जूझ रही है। अब यूक्रेन युद्ध के चलते हालात और खराब हो गए हैं। विकासशील मुल्कोंभ की स्थिति ठीक नहीं है। ईंधन, खाद्य और उर्वरकों की उपलब्धता में कमी ने चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।
कई देशों ने जताया आभार:
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 77वें सत्र में भारत का डंका बज रहा है। भारत की आर्थिक और विदेश नीति के लिए दुनिया के कई विकासशील और विकसित देशों ने सराहना की है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित अन्य नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की नीतियों के लिए सराहना की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि भारत सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा फ्रांस, जमैका और पुर्तगाल जैसे देशों ने भी भारत की जमकर तारीफ की है।
जमैका की विदेश मंत्री कामिना जे स्मिथ ने COVID-19 महामारी के दौरान सहायता के लिए भारत के प्रति आभार व्यक्त किया। स्मिथ ने कहा कि महामारी के दौरान टीकों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार और भारतीयों का आभारी हूं।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)