हमारी लाज रखो गिरधारी....।
द्रौपदी का चीर हरण देख दर्शकों के नेत्र हुए सजल।
हिन्दुस्तान वार्ता।धर्मेन्द्र कु.चौधरी
आगराःब्रजधाम बनी गौशाला प्रांगण में गुरुवार को द्रौपदी की चीर हरण लीला का मंचन किया गया। वृंदावन से श्रीराम शर्मा (निमाई) के निर्देशन में कलाकारों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी।
लीला में सबसे पहले चक्रव्यूह की लीला का मंचन किया गया। इसके बाद चीर हरण लीला का मंचन प्रमुख था। जिसमें वृंदावन के कलाकारों ने चीर हरण लीला में यह संदेश दिया कि भगवान श्री कृष्ण की भक्ति अगर अंतः स्थल से आप करते हैं तो आपकी किसी भी मुसीबत के क्षण में वह आकर आपकी सहायता करेंगे।
लीला के मंच का परदा खुलते ही कौरव व पांडवों में जुए का खेल दिखाया जाता है। जुए में हारने के बाद की भरी सभा में दुशासन द्वारा द्रौपदी का चीर हरण करना शुरू किया गया तो उन्होंने आर्तभाव से श्रीकृष्ण को पुकारा। - ” हे द्वारकावासी! हे गोविंद! हे सच्चिदानंद स्वरूप प्रेमघन! हे गोपी वल्लभ! हे सर्वशक्तिमान प्रभु! कौरव मुझे अपमानित कर रहे हैं, क्या यह बात आपको मालूम नहीं है। हे नाथ! हे रमानाथ! हे व्रजनाथ! हे अर्तिनाषन जनार्दन! मैं कौरवों के समुद्र में डूब रही हूं, मेरी रक्षा कीजिए। हे श्रीकृष्ण! आप सच्चिदानंद स्वरूप महायोगी हैं। आप सर्वस्वरूप एवं सबके जीवनदाता हैं। हे गोविंद! मैं कौरवों से घिरकर बड़े संकट में पड़ गई हूं। आपकी शरण में हूं। आप मेरी रक्षा कीजिए। इस पुकार में पूर्ण समर्पण है। हे कृष्ण! मुझे इस संसार में अब आपके अतिरिक्त और कोई मेरी लाज बचाने वाला दृष्टिगत नहीं हो रहा है। अब आप ही इस कृष्णा की लाज रखो। हे दयामय ! मेरा उद्धार करो |”
द्रौपदी बेसुध होकर पुकारती रही। उसे पता नहीं था कि क्या हुआ या हो रहा है। वह अनभिज्ञ थी उन रहस्यमयी घटनाओं से जो घट रही थीं,उसके चारों ओर। आज उसकी मर्मान्तक पुकार प्रार्थना बन गई । आज द्रोपदी कृष्ण की हो गई ।अपने अस्तित्व को पूर्ण रूप से विस्मृत कर उसने पूर्ण शरणागति प्राप्त कर ली ।
द्रोपदी के पुकारने पर श्रीकृष्ण तत्काल उसकी सहायता के लिए पहुंचते हैं और द्रोपदी की साड़ी को इतनी विशाल कर देते हैं जिससे दुशासन साड़ी (चीर) हरण करते करते परास्त हो जाता है। और द्रौपदी की लाज बच जाती है।
लीला के अंत में भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप की आरती उतारी जाती है। मुख्य अतिथि समाज सेवी पूरन डाबर,विशिष्ट अतिथि क्षेत्र बजाजा कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुनील विकल थे। आरती करने वालों में कमेटी के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष मदन गर्ग के अलावा संजय गर्ग, अशोक गोयल, सुरेंद्र मित्तल, एसपी सिंह, विजय रोहतगी, विष्णु अग्रवाल,अनूप गोयल, विनीत, ब्रजेश अग्रवाल, संजय गोयल, प्रवीना पालीवाल, राजेश सिंघल, आदर्श नन्दन गुप्ता,धर्मेन्द्र कु.चौधरी,राजेश अग्रवाल ,निशा सिंघल आदि प्रमुख थे।छाया-विक्की गोयल(काव्या स्टूडियो)
-भवदीय
मनीष अग्रवाल, अध्यक्ष श्रीकृष्ण लीला कमेटी,आगरा
मोबाइल नंबर 94121 54321