हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा। आगरा मंडल व्यापार संगठन के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-1 के जयपुर हाउस स्थिति कार्यालय पर पहुंचकर कमिश्नर से मुलाकात की, और उनको एक मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में व्यापारी नेताओं ने कहा कि व्यापारी पिछले वर्षों से कोविड महामारी के कारण, पहले से ही प्रभावित व्यापार ने अभी तक अपनी पुरानी दशा प्राप्त नहीं कर पाए हैं।
लेकिन फिर भी व्यापारियों द्वारा अपनी व्यापार की स्थिति को सुधारते हुए जीएसटी का अधिक भुगतान किया जा रहा है, जो इस बात का प्रतीक है कि व्यापारी द्वारा किसी भी तरह का कर अपवंचन नहीं किया जा रहा है।
संगठन के व्यापारी नेताओं ने कहा कि ऐसे समय में राज्य जीएसटी विभाग द्वारा विस्तृत रूप से सर्वे कराकर,सरकार व विभाग द्वारा व्यापारियों को चोर समझने की मानसिकता दर्शाता है। जिसमें विभागीय कर्मचारियों द्वारा विशेषकर छोटे व्यापारियों को अनुचित रूप से अवांछित जानकारी मांगते हुए परेशान किया जा रहा है।
यह सर्वे इस प्रकार किए जा रहे हैं जैसे एस.आई.बी. द्वारा शिकायत मिलने पर सर्वे किए जाते हैं। संगठन के व्यापारी नेताओं ने कहा है कि किसी भी व्यापारी विशेष का सर्वे करना उचित हो सकता है परंतु समस्त बाजार में इस प्रकार विभागीय सर्वे करना अनुचित है। जिससे व्यापारियो में भय का माहौल बनता जा रहा है। उसका व्यापार के प्रति मनोबल गिर रहा है, और व्यापार भी प्रभावित हो रहे हैं।
आगरा मंडल व्यापार संगठन ने राज्य विभाग द्वारा वर्तमान में की जा रही कार्रवाई की भर्त्सना करते हुए कमिश्नर से कहा कि सर्वे की कार्रवाई को तुरंत रोका जाए। प्रतिनिधि मंडल को कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि विभाग द्वारा कोई भी अनुचित सर्वे नहीं किया जाता है। अगर कोई हमारे विभाग का अधिकारी या कर्मचारी व्यापारी के पास जाकर अनुचित मांग या व्यवहार करता है, तो वह तुरंत विभाग में आकर मुझसे संपर्क करें। क्योंकि हमारा विभाग व्यापारियों के साथ हैं और हम व्यापारियों का ही भला चाहता है। उन्होंने आश्वासन दिया हमारे विभाग द्वारा जो व्यापारी सही काम करता है, उसका उत्पीड़न नहीं किया जाता है। सिर्फ उन्हीं व्यापारियों का सर्वे किया जाता है, जो जीएसटी की चोरी करते हैं।
प्रतिनिधि मंडल में संगठन के पवन बंसल, चरणजीत थापर, अरविंद बंसल, पंकज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।