तहसील मुख्यालय भवन जर्जर हालत में। अचानक मलबा गिरने से, कर्मचारी बाल-बाल बचे।



हिन्दुस्तान वार्ता।किरावली,आगरा।

किरावली तहसील मुख्यालय भवन पिछले कई वर्षों से अत्यंत जर्जर हालत में है। पिछले 3 वर्षों से तो भवन से आए दिन मलवा और पत्थरों का गिरना अनवरत जारी बना हुआ है। मंगलवार को दोपहर तहसीलदार न्यायालय के बराबर दरवाजे से एक बड़ा प्लास्टर अचानक जमीन पर आ गिरा।गनीमत तो यह रही हादसे के दौरान वादकारी और कर्मचारी भवन के बाहर नहीं थे। वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था।

किरावली तहसील मुख्यालय भवन का निर्माण 1975 में हुआ था। प्रशासन को यह भवन वर्ष 1988 में स्थानांतरित किया था। वर्तमान समय में तहसील भवन अत्यंत जर्जर हो चुका है।

पिछले कई माह से अचानक प्लास्टर पत्थर और मलवा गिरने का सिलसिला अनवरत जारी बना हुआ है। ऐसा भी नहीं है कि भवन की मरम्मत नहीं कराई गई हो तहसील प्रशासन का कहना है कि  जर्जर भवन की मरम्मत भी कई बार कराई जा चुकी है। इसके बावजूद भी जर्जर भवन से मलबे का गिरना लगातार जारी बना है।

कर्मचारियों का कहना है कि घटना वाले दिन अगर वादिकारी और कर्मचारी इस जगह होते तो  गंभीर हादसा हो सकता था। 

याद रहे कि 4 माह पूर्व उप जिलाधिकारी कार्यालय की छत अचानक जमीन पर आकर धराशाई हो गई थी, जिसमें तत्कालीन उप जिलाधिकारी बाल बाल बचे थे। इसके बावजूद भी प्रशासनिक अफसरों ने घटनाओं से कोई सबक नहीं लिया है। तहसील मुख्यालय के जर्जर भवन की बदहाली के चलते वादिकारियों और कर्मचारियों के सिर पर मौत का साया मडरा रहा है।

नायब तहसीलदार ने दी अपनी सफाई।

नायब तहसीलदार अमित कुमार मुद्गल का कहना है कि भवन मरम्मत को लेकर बजट प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है, उन्होंने आज मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के अभियंता से भी मरम्मत कराए जाने की भी गुजारिश की है। उन्होंने बताया कि बजट आने के बाद भवन की मरम्मत करा दी जाएगी।

रिपोर्ट-आर.के.लवानिया।