हिन्दुस्तान वार्ता
आगरा: मौसम बदलते ही सुबह सर्दी दोपहर में गर्मी और रात में फिर सर्दी होने लगी है। तापमान दिन प्रति दिन घटने लगा है। ऐसे में अपने बच्चों का खास ध्यान रखना होगा।
ये राय है आगरा के सुप्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ एवं जगदम्बा मदर एण्ड चाइल्ड हॉस्पिटल के डायरेक्टर-डॉ.अतुल बंसल की। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटलों,ओपीडी में बड़ी संख्या में छोटे बच्चे सर्दी,जुकाम और बुखार से पीड़ित आ रहे हैं।
डॉ.बंसल की परामर्श है कि नवजात शिशु और छोटे बच्चों को दिन के वक्त भी पूरे कपड़े पहना कर रखें। सिर पर टोपी और पैरों में मोजे रहेंगे तो रात के वक्त तापमान कम होने पर उन्हें सर्दी लगने का खतरा कम रहेगा।
इस मौसम में दिन और रात के तापमान में अच्छा खासा अंतर आ जाता है। ये नवजात और छोटे बच्चों के लिए सर्दी-खांसी, बुखार की वजह बनता है। जिन बच्चों को सर्दी के साथ सांस फूलने की शिकायत होती है उन्हें तापमान में आए अंतर की वजह से अस्थमा ,निमोनिया जैसी बीमारी होने की आशंका रहती है।
इन दिनों वातावरण में धूल भी बहुत होती है। इससे बच्चों को एलर्जी हो सकती है। ठंड के मौसम में सभी घरों में गर्म कपड़े निकाले जाते हैं। इनमें धूल के कण होते हैं जो एलर्जी की एक बड़ी वजह बनते हैं। बच्चों को रात के समय घर से बाहर ले जाने से बचें और सही समय पर उनका टीकाकरण अवश्य करवाएं।
उन्होंने बताया दिन के वक्त तापमान अधिक होने से कई बार हम नवजात शिशु और छोटे बच्चों को टोपी और मोजे नहीं पहनाते, यह ठीक नहीं है। नवजात शिशु और बच्चों को दिन के वक्त भी पूरे कपड़े पहनाएं। नवजात को मां के साथ ही रखें। बच्चा मां के शरीर से चिपककर रहेगा तो उसे गर्मी मिलती रहेगी।
डॉ. बंसल ने बताया कि, मां का दूध बच्चे को दस्त, सर्दी-जुकाम से भी सुरक्षा देता है। सीधे ठंडी हवा के संपर्क में आने से नवजात की सेहत बिगड़ सकती है।
छोटे-बड़े बच्चों को रात के वक्त तला हुआ आहार देने से बचना चाहिए। उन्हें सादा एवं पौष्टिक आहार और गुनगुने पानी का सेवन कराएं,जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक छमता बढ़े।
उन्होंने आगे बताया कि कई बार देखने में आता है कि मामूली बुखार आदि होने पर लोग बच्चे का टीकाकरण टाल देते हैं। यह भी ठीक नहीं है। बच्चों को सही समय पर टीका लगना जरूरी है। इसमें कोई लापरवाही न करें। ऐसे मौसम में स्वयं एवं बच्चों की खास देखभाल रखें।
डॉ.अतुल बंसल।
एम.बी.बी.एस.,डी.सी.एच.,एम.आई.ए.पी.
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