हिन्दुस्तान वार्ता।
समिति का मानना है,आगरा विकास प्राधिकरण को एडीए हाइट्स परियोजना को पूर्णतया विकसित कर अपनी साख में इजाफा करने का प्रयास करना चाहिए।
आगरा विकास प्राधिकरण की प्रतिष्ठित बहुमंजिला रिहायशी कॉम्प्लेक्स में नई कार्यकारिणी गठित।
अभी तक सबसे वरिष्ठ फ्लॅट ओनर श्री एस. बि.चक्रबर्ती, अपने गहन परिश्रम और ऊर्जा से शुरू से अब तक अध्यक्ष का पद संभाले हुए थे। उन्होंने समिति का गठन किया है और एडीए हाइट्स की समस्याओं के निवारण के लिए संघर्ष भी किया है। उनकी सरपरस्ती मे चुनाव सम्पन्न हुए। अब वो मार्गदर्शक और संरक्षक की भूमिका में नई कार्यकारिणी को संबल देंगे।
नई कार्यकारिणी:
अध्यक्ष - अजय कांत लवानिया, उपाध्यक्ष - अभिषेक शर्मा, सचिव -राजीव शर्मा, संयुक्त सचिव - किशोर कुमार श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष- सुनील कुमार भटनागर,
सांस्कृतिक सचिव - मंजर हयात,सदस्य - विजय कान्त लवानिया,एस एस भारती, देवेश कुमार गुप्ता।
नई कार्यकारिणी जल्दी ही आगरा विकास प्राधिकरण के वीसी से मिलकर एडीए हाइट्स की समस्याओं के समाधान पर चर्चा कर ,जमीनी स्तर पर कार्य क्रियान्वित करवाने का अथक प्रयास करेगी। एडीए हाइट्स में यह कार्य होने जरूरी हैं।
1- सभी टावर्स का इंफ्रास्ट्रक्चर ऑडिट।
यह उत्तर प्रदेश की कई विकास प्राधिकरण ने कराया है, खासकर नोएडा विकास प्राधिकरण भी शामिल है। एडीए हाइट्स , आगरा विकास प्राधिकरण की बहुत महत्वपूर्ण और पहली बड़ी बहुमंजलिए आवास योजना है। अभी तक सारे फ्लॅट भी नहीं बिके हैं। यह ऑडिट जनता और आगरा विकास प्राधिकरण के विश्वास को मजबूत करेगा।
2- सभी टावर्स के प्लास्टर उखाड़ना, सीवेज पाइप के कारण सीलन और रंग रोगन।
3- एडीए हाइट्स परियोजना का सबसे बड़ा अट्रैक्शन "क्लब हाउस" है। यह अभी तक चालू नहीं हुआ है। इस का जल्दी चालू होना आगरा विकास प्राधिकरण की साख को बढ़ाएगा ।
4-लिफ्ट, रोड, जनरेटर आदि का पुनः मेंटेनेंस हो।
5- प्रांगण की सुरक्षा और सुरक्षा गार्ड पर चर्चा।
6- जो फ्लॅट नहीं बिके हैं उनका रखरखाव शुल्क पर चर्चा, अभी तक जिस प्रकार से फ्लैट ओनर्स पर रखरखाव शुल्क में वृद्धि की गयी है, उस से प्रतीत होता है, की निर्णय नहीं बिके फ्लैट्स को रख कर नहीं लिया गया है।
7- एडीए हाइट्स मे फाउंटेन , बच्चों का पार्क को विकसित करना है।
8- और वो सभी मुद्दे जो समय समय पर आएंगे।
समिति का मानना है, आगरा विकास प्राधिकरण को एडीए हाइट्स परियोजना को पूर्णतया विकसित कर अपनी साख में इजाफा करने का प्रयास करना चाहिए।
रिपोर्ट-असलम सलीमी।