पूर्वअध्यक्ष मनीष अग्रवाल को जन सम्पर्क एवं समन्वय की दी अहम भूमिका।
पूर्वअध्यक्ष अमर मित्तल बने वित्त समिति एवं कार्यक्रम तथा जीएसटी के चेयरमैन।
पूर्वअध्यक्ष सीताराम अग्रवाल बने सदस्यता एवं प्रशासनिक समिति के चेयरमैन।
पूर्वअध्यक्ष प्रदीप कुमार वार्ष्णेय बने कोर समिति के चेयरमैन।
पूर्वअध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता को बनाया ’’धर्मपाल विद्यार्थी व्याख्यान माला’’ समिति का चेयरमैन।
हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा:दिनांक 7 अप्रैल, चैम्बर भवन में सायं 3 बजे चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने आगरा के उद्योग एवं व्यापार तथा आगरा के सर्वांगीण विकास के लिए दो समितियों एवं 39 प्रकोष्ठों का गठन किया।
अधिकांशतः जो अनुभवी चेहरे हैं उनको इसके लिए चुना गया है। इस अवसर पर राजेश गोयल ने कहा कि पूर्वअध्यक्ष अमर मित्तल को वित्त एवं कार्यक्रम तथा जीएसटी का चेयरमैन एवं पूर्वअध्यक्ष सीताराम अग्रवाल को सदस्यता एवं प्रशासनिक समिति एवं नागरिक सुविधा, शहरी विकास,सड़क यातायात एवं ग्रीन गैस प्रकोष्ठ का चेयरमैन बनाया गया है। अध्यक्ष राजेश गोयल ने कि पूर्वअध्यक्ष अमर मित्तल का दीर्घ अनुभव ’’वित्त एवं कार्यक्रम समिति’’ चैम्बर के स्तम्भ आय-व्यय का बेलेंस बनाने में अहम भूमिका निभायेगा तथा जीएसटी जो वर्तमान में उद्योग एवं व्यापार की रीढ़ है, पर समस्याओं का शीघ्र निस्तारण किया जायेगा।
इसी प्रकार सदस्यता पूर्वअध्यक्ष सीताराम अग्रवाल चैम्बर की गुणवत्ता युक्त सदस्यता में वृद्धि के साथ-साथ शहर की मूलभूत सुविधाओं में सुधार हेतु अहम भूमिका निभायेंगे। पूर्वअध्यक्ष प्रदीप कुमार वार्ष्णेय का कोर समिति का चेयरमैन बनाया गया। पूर्वअध्यक्ष अतुल कुमार गुप्ता को ’’धर्मपाल विद्यार्थी व्याख्यान माला’’ समिति का चेयरमैन बनाया गया। यह समिति चैम्बर की बेहतरी पर कार्य करेगी। इनके अनुभव के आधार पर आशा की जाती है कि चैम्बर का मेघा कार्यक्रम ’’धर्मपाल विद्यार्थी व्याख्यान माला’’ शीघ्र ही आयोजित हो सकेगा।
दो बार के अध्यक्ष रहे एवं वर्षों से कई प्रकोष्ठों का कार्यभार सम्भालते आ रहे पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल को जनसंपर्क एवं समन्वय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इस अवसर पर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि पूर्वअध्यक्ष मनीष अग्रवाल का दो बार अध्यक्षीय कार्यकाल और उनके अनुभव को देखते हुए उम्मीद की जाती है कि वह आगरा के उद्योग एवं व्यापार की समस्याओं से अच्छी तरह परिचित हैं। अतः उनके अनुभव का लाभ चैम्बर को मिल सकेगा। इस अवसर पर चैम्बर अध्यक्ष ने समितियों एवं प्रकोष्ठ चेयरमैनों की सूची भी दर्शाई गई।