प्रथम पुण्य तिथि विशेष: पूर्व सांसद निहाल सिंह जैन ने आगरा के विकास में निभाई महती भूमिका




दूरदर्शन केन्द्र,आकाशवाणी केंद्र, यूथ हॉस्टल,भारतीय जीवन बीमा निगम और आयकर भवन सहित अनेक सामुदायिक इमारतों का करवाया निर्माण

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। अपने बाबा सेठ अचल सिंह जी की सामाजिक और राजनीतिक विरासत को बखूबी संभालने वाले कट्टर गाँधीवादी, निष्ठावान कांग्रेसी, आदर्श राजनीतिज्ञ, बेदाग समाजसेवी और आगरा के पूर्व सांसद निहाल सिंह जैन स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी और स्वर्गीय राजीव गांधी जी के प्रधानमंत्री कार्यकाल में वर्ष 1980 से 1989 तक आगरा के सांसद रहे। इससे पूर्व आप वर्ष 1968 से 1971 तक नगर निगम आगरा में कांग्रेस के पार्षद रहे। 

कराए अनेक विकास-कार्य :

इस दौरान अपने कार्यकाल में जनहित के मुद्दों पर निरंतर आवाज उठाने के साथ आपने आगरा के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई। आपके द्वारा कराए गए प्रमुख कार्यों में आगरा में दूरदर्शन केंद्र, आकाशवाणी केंद्र, यूथ हॉस्टल, नवोदय विद्यालय, सिकंदरा में जल संस्थान, संजय पैलेस में क्रॉस बार टेलीफोन एक्सचेंज, आयकर भवन, भारतीय जीवन बीमा निगम का गगनचुंबी भवन, चंबल नदी पर रेल पुल निर्माण, गाँवों में सड़कों का निर्माण और विद्युतीकरण, जवाहर पुल के बराबर से यमुना नदी पर पुल निर्माण के अलावा अनेक रेल गाड़ियों का आगरा कैंट स्टेशन पर ठहराव, रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों व कोच की जानकारी के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड आदि शामिल हैं।

समस्या का हर संभव करते थे निराकरण :

 उनके निवास पर अपनी समस्या आदि से मिलने वाले हर व्यक्ति को आदर पूर्वक बैठाना, चाय नाश्ता कराना, उनके पारिवारिक परंपरागत स्वभाव में शामिल था। कोई भी बिना चाय-नाश्ते के वापिस नहीं आ सकता था। उसके बाद वह उसकी बातों को सुनकर निराकरण करने का हर संभव प्रयास करते थे।

पदलोलुपता से रहे दूर..

पदलोलुपता से दूर निहाल सिंह जैन जी को राजीव गांधी जी ने अपने मंत्री मंडल में शामिल होने को कहा, तो उन्होंने विनम्रता के साथ यह कहकर मना कर दिया कि मैं मंत्री रहते हुए काफी व्यस्त हो जाऊंगा और जनता से दूर हो जाऊंगा।

जब वीपी सिंह व अरुण नेहरू ने कांग्रेस से विद्रोह कर जनमोर्चे का गठन किया तो अरुण नेहरू ने निहाल सिंह जैन को अपने संबंधों का हवाला देते हुए जनमोर्चे में शामिल होने व आगरा से लोकसभा चुनाव लड़़ने का प्रस्ताव दिया, निहाल सिंह जैन ने इसे ठुकरा दिया और कहा कि मैं चाहे जीवन में कभी भी सांसद नहीं बनूं, लेकिन मेरे लिए कांग्रेस पार्टी, जिससे कि मेरा परिवार 1916 से जुड़ा हुआ है,गांधी परिवार को कभी भी नहीं छोड़ सकता। 

रोशन मोहल्ले में हुआ था जन्म :

 निहाल सिंह जैन (बीएससी,बीई) का जन्म 9 जुलाई,1939 को रोशन मौहल्ला,आगरा में हुआ। आपके बाबा सेठ अचल सिंह जी सन् 1952 से 1977 तक लगातार आगरा के सांसद  रहे। इससे पूर्व आपके बाबा सेठ अचल सिंह ब्रिटिश शासन काल में लगातार आगरा से कांग्रेस के एम.एल.सी.का चुनाव जीतकर विधायक निर्वाचित हुए, जोकि एक ऐतिहासिक तथ्य है।

उत्तर भारत के रहे बड़े फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर :

आपको राजनीति के साथ ही बृज की धरोहर रास, रसिया, लोकगीत व फिल्मों का बहुत शौक था। उस दौर में आप उत्तर भारत की फिल्मी दुनिया में एक बड़े फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर थे।  

निहाल सिंह जैन चूंकि उत्तर भारत के बड़े फिल्मी डिस्ट्रीब्यूटर थे, इस कारण उनसे सिने जगत में भी उस समय की बड़ी फिल्मी हस्तियों महान संगीतकार नौशाद, रविंद्र जैन,कल्याण जी आनन्द जी, फिल्म निर्माता हरिकेश मल्होत्रा, रवि टंडन, मदर इंडिया फिल्म की सुपर हिट जोड़ी सुनील दत्त, नर्गिस, अशोक कुमार, राजेश खन्ना,हास्य अभिनेता महमूद, ओम प्रकाश सहित अनेकों फिल्मी हस्तियों से नजदीकी सम्बंध रहे।

हर विषय का रखते थे ज्ञान :

विलक्षण प्रतिभा के धनी निहाल सिंह जैन विश्व का इतिहास, देश का इतिहास, धार्मिक एवं सामाजिक विषयों पर पुस्तकों के माध्यम से निरंतर अध्ययन करते थे। उनको हर विषय पर तथ्यों और तर्कों के साथ महारथ हासिल थी।

विपक्षी भी मानते थे बेदाग छवि का लोहा :

निहाल सिंह जैन के चरित्र,सादगी, सहजता और सरलता के कारण विरोधी दलों के लोग भी उनका बड़ा सम्मान करते थे। चुनावों में उनके या उनके परिवार पर किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार या गलत कार्यों का आरोप आज तक नहीं लगा। चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी भी उनकी इस बेदाग छवि व ईमानदारी का लोहा मानते थे।

42 वर्षों तक रहे एआईसीसी के सदस्य :

कांग्रेस के इतिहास में एक तथ्य यह भी है कि निहाल सिंह जैन जी के बाबा सेठ अचल सिंह जी स्वतंत्रता से पहले से लेकर अंतिम समय तक एआईसीसी के सदस्य रहे थे। इस क्रम में वर्ष 1980 से 2022 दिसंबर तक निहाल सिंह जी भी एआईसीसी के सदस्य रहे। साथ ही वे 13 वर्षो तक शहर कांग्रेस कमेटी, आगरा के अध्यक्ष भी रहे।

वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से रहे आत्मीय रिश्ते :

जिस प्रकार से उनके बाबा सेठ अचल सिंह जी के पंडित मोतीलाल नेहरू जी से लेकर जवाहर लाल नेहरू जी, इन्दिरा गांधी जी व कांग्रेस के साथ अटूट,निकटतम पारिवारिक रिश्ते रहे, उसी प्रकार से निहाल सिंह जैन जी के भी इन्दिरा गांधी जी, संजय गांधी जी , राजीव गांधी जी,सोनिया गांधी जी, अशोक गहलोत जी, दिग्विजय सिंह जी, राजेश पायलेट जी, हरीश रावत जी, माधव राव सिंधिया जी, जितेन्द्र प्रसाद जी, सलमान खुर्शीद जी, प्रमोद तिवारी जी, वीर बहादुर जी, बेगम नूर बानो जी, अरुण नेहरू जी, मोती लाल बोहरा जी, अशोक चव्हाण जी, अर्जुन सिंह जी, प्रणव मुखर्जी जी भानु प्रताप शर्मा, सत्यनारायण पंवार, राणा वीर सिंह जी से अटूट पारिवारिक रिश्ते रहे।