माथुर वैश्य समाज के पुराने विधान को बनाए रखने की उठी मांग,"अवनीश कांत" चुने गए महासभा के अंतरिम अध्यक्ष



− आगरा में जुटे देशभर से माथुर वैश्य समाज के 1500 से अधिक प्रतिनिधि, किया विधान पर मंथन 

− लोहामंडी स्थित अग्रसेन भवन में पूरे दिन चला विधान के बदलावों पर चिंतन, 200 से अधिक ने रखे प्रस्ताव पर हुईं चर्चाएं

− विशेष प्रतिनिधि सम्मेलन में सर्वसम्मति से अवनीश कांत गुप्ता घाेषित किये गए अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के अंतरिम अध्यक्ष 

हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा। वरिष्ठों के अधिकारों का हनन, महिला मंडलों के चुनाव प्रक्रिया में बदलाव,युवा दल का सेवा दल में परिवर्तन जैसे कई बदलावों को माथुर वैश्य समाज ने बहुमत के साथ सिरे से नकार दिया। 

रविवार को लोहामंडी स्थित अग्रसेन भवन में अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के अन्तर्गत माथुर वैश्य मंडलीय परिषद,आगरा द्वारा विशेष प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में देशभर से माथुर वैश्य समाज के 1500 से अधिक प्रतिनिधियों ने सहभागिता की। 

विशेष प्रतिनिधि सम्मेलन का शुभारंभ वैदिक हवन,ध्वजारोहण एवं ईश वंदना के साथ हुआ। सम्मेलन में पूरे दिन विभिन्न सत्रों के दौरान विगत दिनों चैन्नई में अखिल भारतीय माथुर वैश्य समाज के विधान में किये गए गलत बदलावों पर चर्चा हुई। 

माथुर वैश्य मंडलीय परिषद,आगरा के मंडलाध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता ने बदलावों को बहुमत के साथ सभी ने नकारा। इसके विपरीत करीब 200 प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव रखे। 

माथुर वैश्य मंडलीय परिषद,आगरा के मंडलाध्यक्ष अशाेक कुमार गुप्ता ने बताया कि उत्तर भारत माथुर वैश्य समाज का गढ़ है। जिसमें आगरा,फिरोजाबाद, कानपुर,शमशाबाद,फतेहाबाद आदि क्षेत्रों में समाज का बाहुल्य है। वहीं दक्षिण भारत में एक सभा कर समाज के विधान में बदलाव करना,न्याय एवं तर्क संगत नहीं है। बदलावों का बहिष्कार कर पुराने विधान को ही लागू रखने का प्रारूप एवं प्रस्ताव सर्वसम्मति से सम्मेलन में रखा गया। 

सम्मेलन में आगरा,फिरोजाबाद, फतेहाबाद,शमशाबाद सहित मुंबई, हैदराबाद,कानपुर,गुजरात,पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश आदि राज्यों से 1500 से अधिक प्रतिनिधियों एवं मातृशक्तियों ने प्रतिभाग किया। सम्मेलन का समापन रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ। 

अवनीश कांत सर्वसम्मति से अंतरिम अध्यक्ष घाेषित :

सम्मेलन में अवनीश कांत गुप्ता बिल्लो (शमशाबाद) को 102 कार्य समिति सदस्यों ने अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा का अंतरिम अध्यक्ष घाेषित किया। अंतरिम अध्यक्ष चुने जाने पर अवनीश कांत गुप्ता ने कहा कि जो विश्वास समाज ने जताया है,मैं उस पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा,क्योंकि मेरा मानना है कि अध्यक्ष समाज से होता है,न कि समाज अध्यक्ष से। समाज का आभार अवनीश कांत ने पुष्प वर्षा कर किया। सुधीर गुप्ता और विनोद सर्राफ को सलाहकार नियुक्त किया गया। सभा द्वारा समाज की प्रथम महिला कंचन अवनीश कांत (पूर्व डिप्टी चेयरमैन) का स्वागत किया गया।

 इनका हुआ सम्मान : 

माथुर वैश्य समाज के इस वृहद सम्मेलन में नगर आयोजक संजय गुप्ता, उद्घाटन कर्ता राज कुमार गुप्ता,स्वागत मंत्री संजय साक्षी सहित 100 से अधिक लोगों का सम्मान उनके सहयोग के लिए किया गया। 

मंचासीन :

सर्वश्री मंडलाध्यक्ष राजेंद्र, मुकेश, राजेंद्र मुनीम, श्रीनिवास गुप्ता'ठाकुर' और अविनाश आदि मंचासीन रहे।

इन्हाेंने संभाली व्यवस्थाएं : 

मंत्री अचल गुप्ता,कोषाध्यक्ष मुकेश गुप्ता,अध्यक्षीय सलाहाकार विनोद सर्राफ,वीरेंद्र गुप्ता,श्री भगवान,नीरा दिनेश गुप्ता, दिनेश गुप्ता, राकेश कॉन्ट्रेक्टर, कुलदीप, मुकेश इलैक्ट्रिक, बाबू रोशन लाल, दिलीप गिदौलिया, सुधीर गुप्ता, रघुनाथ, कुलदीप,रौनक, पुनीत, अनिल, उपमा,नलिनी, पद्मा, मृदुला, निशा आदि ने व्यवस्थाएं संभालीं। 

इन तथ्यों का हुआ बहिष्कार :

विशेष प्रतिनिधी सम्मेलन में विधान में किए गए बदलावों के 7 प्रमुख तथ्यों का बहिष्कार किया गया,जिसमे प्रमुखता से युवा दल का सेवा दल में परिवर्तन,किसी भी वैधानिक पद पर लगातार दो सत्र तक चुना गया व्यक्ति किसी भी पद पर प्रत्याशी नहीं हो सकता। पदेन एवं मनोनीत कार्य समिति सदस्यों की संख्या 120 से 140 के बीच रहेगी,जैसे बदलावों को सिरे से नकारा गया।