" भारत रक्षा मंच " की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 15-16 सितम्बर को वृन्दावन में : प्रशांत - कोतवाल 'राष्ट्रीय संगठन मंत्री'



हिन्दुस्तान वार्ता।ब्यूरो

आगरा : भारत रक्षा मंच की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 15-16 सितम्बर को वृन्दावन में आयोजित होगी। आयोजन के बेहतर नियोजन के सम्बंध में एक बैठक लक्ष्मी वाटिका,यमुनापार में आयोजित की गई। प्रमुख रूप से उपस्थित भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रशांत कोतवाल ने कहा कि आगामी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की वृन्दावन में जो वृहद बैठक होगी,वह एक ऐतिहासिक एवं भारत के हिंदुत्व रक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने मीडिया को बताया कि देश में बढ़ती मुस्लिम जनसंख्या एक चिन्ता का विषय है। सरकार एनआरसी की प्रक्रिया के तहत घुसपैठियों को चिन्हित कर,उन्हें भारत से निकाले एवं तत्काल 'घुसपैठ निरोधक' कड़ा कानून बनाए। संविधान में समानता का भी एक मुद्दा है,हम प्रयास कर रहे हैं कि संविधान बचे,"समान नागरिक संहिता" लागू हो। उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं को जघन्य अत्याचार के तहत समाप्त किया जा रहा है,संयुक्त राष्ट्र संघ आखिर चुप क्यों है,इस पर तुरंत एक्शन ले। 

राष्ट्रीय मंत्री सूजेन आनन्द ने कहा कि  हम देश से आग्रह करते हैं कि पहले हर नागरिक 14 अगस्त "विभाजन विभीषिका दिवस मनाए,जिसमें हमारे पूर्वजों,माताओं-बहिनों,बच्चों का बड़ी ही बेहरहमी से खून बहाया गया। हम उन्हें याद कर, उनकी आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें,उसके बाद हम 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस मनाएं। उन्होंने कहा कि बंग्लादेश में "हिन्दुओं का हो रहा दमन" इस पर चिंतन कर, पूरे विश्व के हिन्दू एक जुट होकर.इन दमनकारियों के खिलाफ आवाज उठाएं। 

पू.विधायक,ब्रज प्रान्त अध्यक्ष महेश गोयल ने बताया कि हम "प्रखर हिन्दू प्रखर राष्ट्र" का ध्येय रखते हुए,शीघ्र ही प्रांतीय कार्यकारिणी का गठन करेंगे। हमारी कार्यकारिणी आगामी कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक सिद्ध होगी।

 बैठक में राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रशांत कोतवाल एवं राष्ट्रीय मंत्री सुजेन आंनद, राष्ट्रीय मंत्री उमाकांत तिवारी एवं प्रांतीय अध्यक्ष महेश गोयल के साथ महामंत्री विनोद कुमार कुशवाह,व्यवस्था प्रमुख श्रीनिवास गुप्ता 'ठाकुर' धर्मेन्द्र कुमार - चौधरी 'पत्रकार', रविन्द्र कुमार दुबे, धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया,वीरेन्द्र कुमार उर्फ़ राजू,नवल किशोर शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।