मां भगवती की उपासना का प्रमुख पर्व है नवरात्रि : डॉ.केशवाचार्य महाराज



हिन्दुस्तान वार्ता।डॉ.गोपाल चतुर्वेदी

वृन्दावन। गोपीनाथ बाज़ार स्थित प्राचीन श्रीकृष्ण काली पीठ में श्रीकृष्ण काली पीठाधीश्वर एवं प्रख्यात भागवताचार्य डॉ. केशवाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष में दस दिवसीय श्रीशतचंडी महायज्ञ का आयोजन अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ चल रहा है।जिसके अंतर्गत श्रीदुर्गा सप्तशती पाठ, श्रीदुर्गा चालीसा पाठ, दैनिक हवन एवं मंत्र जाप आदि के अनुष्ठान वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा किए जा रहे हैं।

श्रीकृष्ण काली पीठाधीश्वर डॉ. केशवाचार्य महाराज ने कहा कि शारदीय नवरात्रि मां भगवती की उपासना का प्रमुख पर्व है।इसमें श्रीशतचंडी महायज्ञ के आयोजन से मां भगवती अत्यंत शीघ्र प्रसन्न होकर भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करती हैं।इसलिए श्रीकृष्ण काली पीठ में वर्ष की दोनों नवरात्रियों में श्रीशतचंडी महायज्ञ वैदिक सनातन संस्कृति एवं श्रीमद् देवीभागवत के अनुसार अत्यंत धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया जाता है।

उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण काली पीठ अति प्राचीन एवं सिद्ध स्थल है।यहां प्रतिष्ठित देवी की प्रतिमा अत्यंत चमत्कारी है।जो कि उनके पूर्वजों को यमुना महारानी के केशीघाट पर भूमि के नीचे से प्राप्त हुई थी।बाद में उस प्रतिमा को श्रीकृष्ण काली पीठ में प्रतिष्ठित किया गया।

महोत्सव के समन्वयक डॉ.गोपाल चतुर्वेदी ने बताया कि दस दिवसीय श्रीशतचंडी महायज्ञ की पूर्णाहूति 12 अक्तूबर 2024 को पूर्वाह्न 11:30 बजे श्रीकृष्ण काली पीठाधीश्वर डॉ. केशवाचार्य महाराज के पावन सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य होगी।इससे पूर्व सैकड़ों कन्या-लांगुराओं का पूजन किया जाएगा।जिसमें कई प्रख्यात संत, धर्माचार्य, विद्वान राजनेता,समाजसेवी एवं विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।