नागरी प्रचारिणी सभा में हिंदी की महत्ता पर हुई चर्चा,राष्ट्र में एकीकृत भाषा की आवश्यकता
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा : नागरी प्रचारिणी सभा,आगरा द्वारा रविवार को आयोजित 'हिन्दी -दिवस समारोह में "प्रो० सुरेशचन्द्र शर्मा,नागरी प्रचारिणी सभा,आगरा पुरस्कार से के०एम० आई० के निदेशक प्रो० प्रदीप श्रीधर को सम्मानित किया गया। नागरी प्रचारिणी सभा का हिंदी सेवी सम्मान वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यसेवी आदर्श नंदन गुप्ता को दिया गया।
सभा भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रीधर ने कहा कि "हमारी एकता और समर्पण ही हमारे देश की पहचान है। हम भारतीय हैं और हिन्दी हमारी भाषा है। यह दिन हमारी भाषाई विविधता और अनेक भाषाओं व बोलियों वाले राष्ट्र में एक एकीकृत भाषा की आवश्यकता की याद दिलाता है।"
आज के समारोह में हिन्दी सेवी सम्मान से सम्मानित आगरा के वरिष्ठ पत्रकार आदर्श नन्दन गुप्ता ने कहा कि हिन्दी आधुनिक दुनिया की माँगों के अनुसार सहजता से ढलती है,अपनी समृद्ध विरासत से जुड़े रहते हुए नए शब्दों और अवधारणाओं को अपनाती है।
समारोह का संचालन करते हुए सभा की उपसभापति प्रो० कमलेश नागर ने कहा कि "हिन्दी, साहित्य, कला, सिनेमा और रोजमर्रा के संचार में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए फलती फूलती है।
सभा के सभापति व कार्यक्रम के अध्यक्ष डा.खुशीराम शर्मा ने कहा कि हिन्दी-दिवस वह दिन है, जब हम उस भाषा को संजोने के लिए एकजुट होते हैं, जो हमें एक राष्ट्र के रूप में जोड़ती है और हमारे इतिहास और संस्कृति का भार वहन करती है।
अतिथियों का स्वागत उपसभापति व आगरा कॉलेज,आगरा के पूर्व प्राचार्य डॉ० विनोद कुमार माहेश्वरी ने किया। उन्होंने कहा कि हिन्दी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक होने के बावजूद,भारत की एक बड़ी आबादी अभी भी निरक्षर है,जिससे हिन्दी में समाहित ज्ञान और संस्कृति तक उनकी पहुँच सीमित हो जाती है।
अंत में धन्यवाद दिया सभा के मंत्री डा.चंद्रशेखर शर्मा ने। उन्होंने कहा कि यह समझना जरूरी है कि हम हिन्दी-दिवस क्यों मनाते हैं। इस दिन के रीति रिवाज और महत्व क्या हैं। लेकिन यह समझना भी उतना ही जरूरी है कि निरक्षरता एक गंभीर और चिंताजनक मुद्दा है।
कार्यक्रम का आरम्भ कवि संजय गुप्त ने सरस्वती वंदना करके किया। इस अवसर पर केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा से पधारे हिन्दीतर प्रदेशों के हिन्दी -शिक्षकों का सम्मान किया गया। संस्थान के शिक्षकों में से डॉ.सरोज राय एवं डॉ० नीलम मिश्रा ने विचार व्यक्त किये। समारोह में हिन्दी के शिक्षक एवं प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ० गोपाल बाबू शर्मा ने अपनी व्यंग्य एवं साहित्य पर आधारित पुस्तकें सभा को भेंट की।
इस अवसर पर डा.मुनीश्वर गुप्ता, रमेश पंडित, राज किशोर शर्मा 'राजे' डा.अनार सिंह, श्री अशोक अश्रु, श्रीमनु भाई पण्ड्या, श्रीमती किरन शर्मा, 'रजनी सिंह, डॉ० मधुरिमा शर्मा, देवेश बाजपेयी, वरिष्ठ पत्रकार श्री राजीव सक्सेना एवं वरिष्ठ पत्रकार डॉ० महेश धाकड़,श्री अखिलेश श्रोत्रिय, श्री अभिषेक पाराशर, श्री ब्रजेश सुतैल, डॉ० यशोयश, श्री सुभाष ढल, श्री शिव कुमार भार्गव सुमन, श्री शीलेन्द्र कुमार शर्मा, डॉ० नीलम भटनागर, श्री विजय शर्मा , डॉ० ब्रज बिहारी लाल 'बिरजू, श्री अशोक शर्मा आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट - असलम सलीमी


