एआई पर आईबीएम तलाशेेगी आगरा में संभावनाएं
डा.भीमराव अम्बेड्कर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.आशु रानी जी ने चैम्बर के साथ एमओयू साइन करने का दिया प्रस्ताव
एआई का उपयोग प्रोडेक्शन, इनोवेषन, मार्केटिंग, सेल्स, पर्चेज, मैनेजमेंट,एचआर आदि सभी में सहायता करता है।
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा : 6 सितम्बर, नेशनल चैम्बर द्वारा संजय प्लेस स्थित होटल फेयरफील्ड में चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल की अध्यक्षता में कृत्रिम बुद्धिमता के साथ व्यापार में क्रांति (Business Revolution with Artificial Intelligence) विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति प्रोफेसर आशुरानी उपस्थित थीं। सेमीनार का संचालन एजुकेशन एवं टैक्सटाइल्स प्रकोष्ठ के चेयरमैन सचिन सारस्वत द्वारा किया गया। सेमीनार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की महत्ता के बारे में बताया गया।
सेमीनार में मुख्य वक्ता के रूप में आईबीएम मुंबई से पियूष अग्निहोत्री ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला, उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस किस तरह से आज हमारे जीवन में एक अभिन्न हिस्सा बन चुकी है और कोई भी व्यापार आज इससे अछूता नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि आई आज एक ऐसी तकनीक के रूप में उभर कर आई है इसके फायदे और नुकसान दोनों ही हैं लेकिन इसके प्रयोग करने से किसी भी व्यापार को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जा सकता है उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आर्किटेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसकी विभिन्न स्टेज होती हैं जिससे हर बिजनेस अपनी आवष्यकता के हिसाब से उसका प्रयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि एआई एक दोस्त है जो आपको सुनेगा फिर उसी के अनुसार आपको सलाह भी देगा। एआई आज की सोच नहीं है यह 1940 से किय्रान्वित है।
उन्होंने बताया कि उद्योग प्रारंभ करने से लेकर उसकी सफलता तक एआई आपको पूर्ण सहयोग देेता है तथा हर व्यक्ति के दैनिक उपयोग में आने वाली सोच है एआई। जनरेटिंग एआई के माध्यम से आप अपने उद्योग की पीपीटी तैयार कर सकते हैं। वर्तमान में एआई हर सेक्टर में प्रयुक्त की जाती है उन्होंने एआई का उपयोग प्रोडेक्शन, इनोवेशन, मार्केटिंग, सेल्स, एचआर, आदि सभी में सहायता करता है। एआई में सभी प्रकार का डाटा फीड होता है उद्यमी से लेकर छात्रों तक के लिये बेहतर तरीके से कार्य करता है। यह आपको प्रत्येक उद्योग की बारिकियों व उसके वर्तमान व भविश्य में होने वाले इफैक्टों के बारे में जानकारी देता है। वर्तमान में कौन सा उद्योग प्रचलित है तथा किस मार्केट में किस प्रोेडेक्ट की मांग है इत्यादि सभी प्रकार की सलाह एआई के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है।
सेमीनार में पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने मांग की कि आगरा में बहुत तेजी से ब्रेन ड्रेन हो रहा है जिसके कारण आगरा वद्वों का शहर बनता जा रहा है। अतः आगरा से ब्रेन ड्रेन को रोकने के लिये औद्योगिक अनुसंधान शोध की स्थापना की जानी चाहिये। इस पर मुख्य वक्ता पियूष अग्निहोत्री द्वारा अपनी सहमति व्यक्त की गयी। इस सम्बन्ध में चैम्बर द्वारा डा. भीमराव अम्बेड्कर विश्वविद्यालय के सहयोग से औद्योगिक अनुसंधान शोधा (आईबीएम) खोलने का प्रस्ताव शीघ्र ही आईबीएम मुम्बई भेजा जायेगा। जिस पर प्रोफेसर आशुरानी जी द्वारा अपनी सहमति व्यक्त की गयी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा0 भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति आशु रानी ने कहा कि सर्वप्रथम हम सभी को आगरा में स्थित स्मॉल स्केल इंड्रस्ट्री पर कार्य करना चाहिये तथा उन उद्योग पर हमारे कंप्यूटर साइंस व मैैकेनिकल आदि आदि में शिक्षा ले रहे बच्चों को एआई का उपयोग उन उद्योगों पर करना चाहये। उन्होंने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री जीे के 2047 के विकसित भारत बनाने के सपने को पूर्ण करने के लिये अपना सहयोग प्रदान किया जाना चाहिये। वर्तमान में विद्यार्थियों 25 हजार से 60 हजार रू0 प्रतिमाह के लिये आगरा शहर से बाहर जाते हैं जबकि यदि वह अपने शहर में एआई के माध्यम से कमजोर उद्योग में कार्य करते हैं तो वह उसी को और अधिक सफल बनाने में सक्रिय भूूमिका निभा सकेंगे। उन्होंने कहा कि एआई के हम उद्योगों को नई दिशा दे सकते हैं।
सेमीनार में चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल, कोषाध्यक्ष संजय अग्रवाल, एजुकेशन एवं टैक्सटाईल्स प्रकोष्ठ के चेयरमैन सचिन सारस्वत, पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, सदस्य मयंक मित्तल, नीरज अग्रवाल, सिदार्थ गोयल, शलिनी यादव, नवी गुप्ता, रिमझिम जैन, यशगर्ग, शिवानी, शैलेष अग्रवाल, मोहम्मद अदान, विनोद कुमार सिंह, परम अग्रवाल, विवेक मंगल, डा0 गुंजन भटनागर, डा0 अभिलाषा सिंह, डा0 शान्तनु कुमार साहू, डा0 प्रज्ञा, हरिओम तिवारी, शिवम कुमार, नीतेष सिंह, चारूष तनेजा, हरीश सुन्दरानी, दिव्याषु सिंह, पूर्वा - शेखावत, आदित्य भदौरिया, दीपक गोयल, अभिशेक गोयल, रितिक सिंह, मोहन मनचंदा, अरमान सैनी, श्रेया दूबे, सिमरन, कशिश, वन्दना, अंजु आदि उपस्थित थे।

