भुखमरी के कगार पर ,आगरा कलेक्ट्रेट के पूर्वी गेट के दुकानदार।




- करीब 8 माह से गेट खुलने का इंतजार कर रहे दुकानदार


- लॉकडाउन में गेट बंद होने से  अब नहीं फ़टकता कोई ग्राहक 

- पूर्वी गेट से चलती थी तमाम दुकानदारों की रोजी रोटी ।

- मुख्यमंत्री को  अपनी वेदना से अवगत कराया ।


आगरा। (प्रवीन शर्मा )

लॉकडाउन के कारण बंद हुआ कलेक्ट्रेट का पूर्वी गेट  सात माह से नहीं खुल पाया। गेट बंद होने से तमाम दुकानदार भुखमरी की कगार पर आ गए हैं।  परेशान दुकानदारों ने मुख्यमंत्री से गेट खुलवाने की गुहार लगाई है।

  कोविड-19 के चलते जिला प्रशासन ने कलेक्ट्रेट के  पूर्वी गेट को बंद कर दिया था। सिर्फ एमजी रोड की ओर पश्चिमी गेट से ही लोगों की आवाजाही रही।  इससे पूर्वी गेट पर तमाम  दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया था। जब लॉकडाउन खत्म हुआ तो दुकानदारों को गेट खुलने की उम्मीद नजर आई। शासन के निर्देश पर ज़िला प्रशासन ने जिले और शहर के तमाम बाजारों को गाइडलाइन के हिसाब से खुलवा दिया लेकिन कलेक्ट्री के पूर्वी गेट को नहीं खोला गया। इससे दुकानदारों के परिवार भुखमरी के कगार पर आ गए है। दुकानदारों ने ज़िला प्रशासन के अधिकारियों से कई बार पूर्वी गेट खोलने की मांग की  लेकिन गेट को अभी तक नहीं खोला जा सका है। इससे परेशान दुकानदारों ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर कलेक्ट्रेट के पूर्वी गेट को खुलवाने की गुहार लगाई है।मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में अपनी पीड़ा से व्यक्त करते हुए दुकानदार स्नेहलता शर्मा, गौरव शर्मा, आनंद शर्मा, पप्पू, कालू, नितिन आदि ने कहा है कि दुकानदारों के पास जो थोड़ी सी जमा  पूंजी थी,  वह लॉकडाउन में के दौरान खर्च हो गई। अब तो उधार देने वालों ने भी किनारा कर लिया है। इन हालात में दुकानदार भुखमरी की कगार पर आ गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से जल्द कलेक्ट्री का पूर्वी गेट खुलवाने की मांग की है।