एमिटी विश्वविद्यालय में डिजिटल नवाचार एवं कोविड के दौरान व्यापार पर वेबिनार का आयोजन।



नोयडा(उ.प्र.)

छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग एंव डिजिटल नावाचार के संर्दभ में जानकारी प्रदान करने के लिए और कोविड के दौरान व्यापार विकास में डिजिटल नवाचार के महत्व को बताने के लिए एमिटी ग्लोबल बिजनेस स्कूल द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में यूएई के डिजिमैटिक टेक्नोलाॅजीस प्राइवेट लिमिटेड के डिजिटल एंव मार्केटिंग प्रमुख श्री एंटोनी कोनोथ ने ‘‘ डिजिटल नवाचार एंव कोविड के दौरान व्यापार ’’ विषय पर व्याख्यान प्रदान किया।


वेबिनार में यूएई के डिजिमैटिक टेक्नोलाॅजीस प्राइवेट लिमिटेड के डिजिटल एंव मार्केटिंग प्रमुख श्री एंटोनी कोनोथ ने ‘‘ डिजिटल नवाचार एंव कोविड के दौरान व्यापार ’’ विषय पर जानकारी देते हुए कहा कि कोविड ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है जिसके अंर्तगत कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का जीडीपी मूल्य लगभग 2.4 प्रतिशत गिर गया है और वैश्विक अर्थव्यवस्था लगभग 2.4 से 3 प्रतिशत नीचे आ चुकी है। श्री कोनोथ ने कहा कि कोविड के उपरांत इन आकडों के बढ़ने की आशंका है। भारत पर कोविड के प्रभाव को व्यक्त करते हुए कहा कि अप्रैल से जून 2020 के मध्य भारत की त्रैमासिक जीडीपी में लगभग 9 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई। उन्होनें मार्केटिंग के संर्दभ में बताते हुए कहा कि पारंपरिक मार्केटिंग विभाजन से प्रांरभ होता है जिसमे भौगोलिक, जनसंाख्यिकीय, मानसिक एंव व्यवहारिक प्रोफाइल के आधार पर मार्केटिंग होती थी। उन्होनें कहा कि सर्वप्रथम मार्केटिंग 1.0 के तहत उत्पाद आधारित मार्केटिंग पर जोर था जिसमें उत्पाद को सर्वाधिक महत्व दिया जाता था। उत्पाद के निर्माण के उपरंात उसकी मार्केटिंग पर जोर दिया जाता था। मार्केटिंग 2.0 - ग्राहक आधारित मार्केटिंग थी जिसमें ग्राहक को सर्वाधिक महत्व दिया जाता था और ग्राहक की मांग एंव आवश्यकता के अनुरूप मार्केटिंग को महत्व दिया गया। ग्राहक आधारित सर्वे, संतुष्टि सर्वे पर अधिक जोर दिया जाता था। इसके उपरांत मार्केटिंग 3.0 के अंर्तगत मानव आधारित मार्केटिंग होती थी जिसमें सभी मार्केटिंग क्षमता की हर संभावना का मानवीय पहलू होता था इसके केन्द्रीत किया जाता था किस तरह उत्पाद मानव को प्रभावित करता है। वर्तमान का मार्केटिंग 4.0 डिजिटल मार्केटिंग आधारित है जों कंपनियों एंव ग्राहक के आॅनलाइन एंव आॅफलाइन वार्तालाप पर आधारित है। उत्पादन मार्केटिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहायक होती है।


श्री कोनोथ ने पारंपरिक मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग के मध्य अंतर को बताते हुए कहा कि पारंपरिक मार्केटिंग उत्पाद, कीमत, स्थान एंव प्रोत्साहन पर आधारित था जबकी डिजिटल मार्केटिंग संयुक्त निर्माण, धन, सामुदायिक सक्रियण, बातचीत पर आधारित होता है। उन्होनें कहा कि उत्पाद एंव संयुक्त निर्माण एक जैसे है वही कीमत एंव धन भी एक बराबर है किंतु पांरपरिक मार्केटिंग के स्थान के भाग को डिजिटल मार्केटिंग सामुदायिक सक्रियण से बदल दिया है इसके व्यक्ति की बजाय समुदाय पर ध्यान केन्द्रीत किया है यह ईमानदारी की बजाय वकालत को प्रमुखता देता है। इसी तरह प्रोत्साहन को बातचीत द्वारा बदल दिया गया है जिसका उददेश्य संपूर्ण वार्तालाप और विचार है। डिजिटल मार्केटिंग आपके पूर्ण परिपेक्ष्य से जुड़ कर, बातचीत करके उन्हें असल खरीददारों तक तब्दील करता है। उन्होनें द इपोक टाइम्स का उदाहरण देते हुए डिजिटल नवाचार को समझाया। श्री कोनोथ ने कहा कि डिजिटल नवाचार के अंर्तगत इस महामारी ने डिजिटल आपरेटिंग माॅडल की महत्वतता को बताया है और इससे डिजिटल नवाचार एंव परिवर्तन को बढ़ावा मिला है।


श्री कोनोथ ने कोविड के सकरात्मक प्रभाव को बताते हुए कहा कि इससे ब्रांडबैंड सेवाओं एवं डाटा के क्षेत्र में बेहतरीन विकास हुआ है। बैंडविथ मनोरंजन सेवा, क्रांन्फे्रस एंवक्लाउड सेवा, गेमिंग के क्षेत्र में विकास, ई लर्निंग मंच आदि का विकास हुआ है।

इस अवसर पर प्रश्नोत्तर सत्र के अंर्तगत छात्रों एंव शिक्षकों ने कई प्रश्न भी किये।

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