नोयडा।उ. प्र.
छात्रों को कोविड के उपरांत संस्थान के मानव विभाग द्वारा उठाये गये कदमों, जारी किये गये दिशा निर्देशों एंव उनके समझ आने वाली चुनौतियों की जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी द्वारा वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में आईआईएल इंदौर की प्रोफेसर डा रेवा मिश्रा ने ‘‘ कोविड के उपरांत मानव संसाधन विभाग की भूमिका - चुनौतियां एवं अवसर’’ पर व्याख्यान प्रदान किया।
वेबिनार में आईआईएल इंदौर की प्रोफेसर डा रेवा मिश्रा ने ‘‘ कोविड के उपरांत मानव संसाधन विभाग की भूमिका - चुनौतियां एवं अवसर’’ पर जानकारी देते हुए कहा कि आज भारत सहित पूरा विश्व कोविड से प्रभावित है ऐसे में संस्थानों के मानव संसाधन विभाग की भूमिका और भी अहम हो जाती है। लगातार हो रहे परिवर्तन, कार्यबल की विविधता, वैश्विक चुनौतियां और कर्मचारियों का घर से कार्य करना आदि मुख्य चुनौतियां है। इसके अतिरिक्त नई तकनीकी को अपनाना, कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना, प्रबंधन की विचारधारा को कर्मचारियों तक पहुंचाना आदि भी शामिल है। डा मिश्रा ने कहा अनिश्चितता ने अर्थव्यवस्था को घ्वस्त कर दिया है। अनिश्चित दौर में मानव संसाधन विभाग का संवाद कौशल कर्मचारियों एवं संस्थान के विकास हेतु आवश्यक है।
डा मिश्रा ने कोविड के उपरांत मानव संसाधन विभाग की चुनौतियों के संर्दभ में विस्तार से बताते हुए कहा कि कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थय एंव हाल चाल बनाये रखने के लिए मानव संसाधन विभाग को लगातार संवाद करना चाहिए जिससे कर्मचारियों का विश्वास बना रहे और वो तनाव, चिंता या नशा करने के संर्दभ में विचार ना करें। द्वितीय घर से कार्य करने का प्रबंधन जिससे उत्पादन क्षमता पर असर ना हो और कार्य समय पर हो। तृतीय चुनौती चपलता की कमी है, सकंट के समय मानव संसाधन विभाग को तुरंत एवं तेजी से प्रतिक्रिया करनी चाहिए। चतुर्थ चुनौती लगातार सवांद बनाये रखना है। पांचवी चुनौती अनिश्चितता है जिसके बारे में कोई कुछ कह नही सकता। छठवीं चुनौती कर्मचारियों को कार्य में मसरूफ रखना, सातवी चुनौती लोगों को यह बताना कि अब संस्थान को उनकी आवश्यकता नही है, आठवी चुनौती कार्यबल का पूरा उपयोग करना, नौवी चुनौती संस्थान की गरिमा को बनाये रखना, दसवी चुनौती कर्मचारियों के कार्य एंव जीवन के मध्य संतुलन व्याप्त करना आदि रहेगी। श्री मिश्रा ने कहा कि कोविड ने कर्मचारियों एंव प्रबंधन के मध्य विश्वास को कम किया है जिसको बनाये रखना मानव संसाधन विभाग का सबसे प्रमुख कार्य है। उन्होनें कहा कि मानव संसाधन विभाग कांउसलिंग एवं आपसी सहयोग, बेहतर सवंाद कौशल के साथ कर्मचरियों के बेहतरी का ख्याल पर ध्यान केन्द्रीत करके, उनके कौशल को विकसित करके और नये नितीयों का निर्माण करके कर्मचारियों को प्रोत्साहित कर सकता है और संस्थान को विकास की ओर अग्रसर कर सकता है।
प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान छात्रों ने डा मिश्रा से कई प्रश्न भी किये जिनके उन्होनें समुचित जवाब प्रदान किये।
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